बेंगलुरू। सीबीआई ने सोमवार को कर्नाटक कांग्रेस लीडर डीके शिवकुमार और उनके भाई के 14 ठिकानों पर छापा मारा। देशभर में मारे गए छापों में डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश से जुड़े व्यावसायिक ठिकाने और उनका घर भी शामिल है। सीबीआई ने यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के मामले में की है। एजेंसी ने 50 लाख कैश जब्त किया है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है।
सुबह 6 बजे शुरू की गई छापे की कार्रवाई
कर्नाटक सरकार ने 25 सितंबर 2019 को इस मामले में सीबीआई को जांच की इजाजत दी थी। सीबीआई ने बताया कि डीके शिवकुमार और अन्य के खिलाफ बेहिसाबी संपत्ति का केस दर्ज किया गया था और आज देशभर में कई जगह छापे की कार्रवाई की गई है। इनमें कर्नाटक में 9, दिल्ली में 4 और मुंबई में एक ठिकाने पर छापा मारा गया है। छापे की कार्रवाई सुबह 6 बजे कनकपुरा स्थित शिवकुमार के घर से शुरू हुई। डीके शिवकुमार इसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं।
सुरजेवाला ने कार्रवाई की आलोचना की
कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और रणदीप सुरजेवाला ने सीबीआई की इस कार्रवाई की आलोचना की है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया- मोदी और येदियुरप्पा दोनों मिलकर सीबीआई को कठपुतली के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। डीके शिवकुमार की संपत्तियों पर छापेमारी से हम नहीं रुकेंगे। सीबीआई को येदियुरप्पा सरकार के भ्रष्टाचार की परतों को उजागर करना चाहिए। रेड राज चलाकर वे डराने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले साल गिरफ्तार हुए थे शिवकुमार
पिछले साल सितंबर में शिवकुमार को चार दिनों तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी 2017 में उनके घर पर हुई आयकर विभाग की छापेमारी के आधार पर हुई थी। इस छापेमारी में उनके घर से 8.6 करोड़ रु. जब्त किए गए थे। इस रकम की कमाई का जरिया पता नहीं चल सका था। ईडी ने 2018 में शिवकुमार के खिलाफ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से दायर की गई चार्जशीट के आधार पर मामला दर्ज किया था।