खंडवा। मांधाता में कांग्रेस ने पूर्व विधायक राजनारायण सिंह के बेटे उत्तमपाल सिंह को टिकट देकर कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए नारायण पटेल के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। उत्तम के पास दो बार विधायक रहे पिता राजनारायणसिंह के 35 साल का अनुभव व मैदानी टीम की ताकत है तो पटेल शिवराज सरकार और संगठन के भरोसे आगे बढ़ रहे हैं। भाजपा से उनका टिकट तय है।
पिछले दिनों पुनासा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मूंदी-किल्लौद को तहसील व पुनासा को नगर पंचायत का दर्जा देने और संत सिंगाजी धार्मिक स्थल को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने को मंजूरी दी। भाजपा इन मुद्दों को अपने पक्ष में मान रही है लेकिन मूंदी के हाट बाजार में लोग कुछ और ही कहते दिखे। बोरखेड़ा के गोविंदसिंह का कहना था, मूंदी-किल्लौद को तहसील बनाने से किसानों के काम आसानी से निपट जाएंगे लेकिन तहसील बनेगी कब? पास बैठे युवा राजू बोले, ये चुनावी जुमला तो नहीं।
हुकुमसिंह का कहना था, इस बार बिकाऊ नहीं टिकाऊ विधायक चाहिए। मूंदी से पुनासा की ओर चले तो मुख्य बाजार में खड़े राजेश, कमल और जगदीश के बीच चर्चा का विषय बेरोजगारी था। उनका कहना था, चौहान ने एनएचडीसी व संत सिंगाजी प्लांट में स्थानीय लोगों को रोजगार देने का वादा तो कर दिया लेकिन इन सेक्टरों में यहां के लोगों को मजदूरी स्तर तक ही रखा जाता है।
जातिगत समीकरण
कुल वोटर : 1.96 लाख
- अजजा - 60 हजार
- गुर्जर - 27 हजार
- राजपूत- 25 हजार
- अजा - 20 हजार
कांग्रेस का मुद्दा टिकाऊ-बिकाऊ, भाजपा का फोकस विकास के मुद्दे पर
कांग्रेस भाजपा पर नारायण पटेल को खरीदने का आरोप लगाते हुए इसे मुद्दा बना रही है। इसके अलावा उसे लगता है, कर्जमाफी से किसानों में पार्टी के प्रति सहानुभूति होगी। इधर, भाजपा को विकास के मुद्दे से जीत का भरोसा है।
और जनता के ये मुद्दे : इंदिरा सागर के कारण बलड़ी-किल्लौद गांवों का पुनर्विस्थापन हुआ तो किल्लौद ब्लॉक की 16 पंचायतों से मुख्यालय की दूरी 15- 20 किमी हो गई, जबकि पामाखेड़ी, नंधाना आदि पांच पंचायतों के ग्रामीणों को ब्लॉक मुख्यालय के लिए 175 किमी दूरी तय करना पड़ती है।