ग्वालियर। ग्वालियर से 15 किलोमीटर दूर पनिहार क्षेत्र में सक्रिय शिकारियों ने गाेली मारकर चार मोरों का शिकार कर लिया। गोली चलने की आवाज सुनकर गांव वाले माैैके पर पहुंचे, लेकिन तब तक शिकारी तीन मृत मोरों को उठाकर भाग गए। एक मोर का शव माैके पर मिला। पाेस्टमार्टम में शव में छर्रे लगे मिले हैं। ग्रामीणाें के अनुसार रेंजर से लेकर डीएफओ तक को माेराें के शिकार की घटना की जानकारी देेने के लिए फोन लगाए, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। हालांकि बाद में जब यह खबर भोपाल पहुंची और वहां से जिले के वन अफसराें काे अलर्ट किया गया तब स्थानीय अफसर व टीम माैके पर पहुंची।
पनिहार में कराह महादेव के पास राजेंद्र सेतिया का खेत है। माेराें का शिकार भी यहीं पर किया गया। ग्रामीणाें ने बताया कि श्री सेतिया ने अपना खेत बटाईदार बालम सिंह परिहार को दिया हुआ है। बालम सिंह काे रात के अंधेरे में चार राउंड गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी थी। इससे वह घबरा गया। इसी दौरान एक मोर उनकी खटिया के पास आकर गिरी। जबकि तीन मृत मोरों को शिकारी लेकर भाग गए। बाद में मौके पर पहुंचे वन अफसरों ने मोर के शव का पीएम कराया है। इससे उसे गोली मारे जाने की पुष्टि हुई है।
चार महीने पहले वनरक्षक की हत्या कर दी थी
शिकारियों ने गत 4 मई को वनरक्षक दीपू राणा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद भी वन अफसर मैदान में गश्ती और मुखबिर तंत्र को नहीं बढ़ा सके। यही कारण रहा कि पनिहार में चार मोरों को शिकारियों ने मार गिराया। सूत्रों का कहना है कि कमजोर मुखबिर तंत्र के कारण वन अफसरों को जंगल में सक्रिय शिकारियों की जानकारी समय पर नहीं मिलती।