सरकार ने बुधवार को भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के लिए शुरुआती बोली लगाने की समय सीमा को डेढ़ महीने के लिए बढ़ा दिया। निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के एक बयान में कहा गया कि इच्छुक बिडर्स से अनुरोध मिलने और कोरोनावायरस के कारण पैदा हुई परिस्थितियों को देखते हुए समय सीमा बढ़ाई जाती है। एक्सप्रेसन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जमा करने की आखिरी तारीख आगे बढ़ाकर 16 नवंबर 2020 (शाम 5 बजे तक) की जाती है।
बीपीसीएल के रणनीतिक विनिवेश के लिए बोली जमा करने की आखिरी तारीख चौथी बार बढ़ाई गई है। पहली बार समय सीमा 2 मई निश्चित की गई थी। इसे आगे बढ़ाकर 13 जून किया गया। इसके बाद इसे 31 जुलाई किया गया। तीसरी बार समय सीमा को आगे बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया गया था। अब चौथी बार इसे बढ़ाकर 16 नवंबर कर दिया गया है।
बीपीसीएल में सरकारी की हिस्सेदारी की कीमत अभी करीब 50,000 करोड़ रुपए है
सरकार बीपीसीएल में अपनी समूची 52.98 फीसदी हिस्सेदारी रणनीतिक निवेशक को बेचना चाहती है। इसके साथ ही कंपनी का मैनेजमेंट कंट्रोल भी ट्र्रांसफर कर दिया जाएगा। सरकारी कंपनियों पर बोली लगाने से रोक लगा दी गई है। बीपीसीएल में सरकारी की हिस्सेदारी की कीमत अभी करीब 50,000 करोड़ रुपए है।
शेयरों में गिरावट
दोपहर 1.17 बजे बीएसई पर बीपीसीएल के शेयर 7.69 फीसदी की गिरावट के साथ 356.50 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक महीने से कंपनी के शेयरों में गिरावट का रुझान दिख रहा है। 31 अगस्त को बीपीसीएल के शेयर 407.65 रुपए पर बंद हुए थे।