2020: BJP, JDU, LJP, कांग्रेस... कौन कहां अड़ा है... बिहार चुनाव में सीट बंटवारे का पूरा गणित समझिए

Posted By: Himmat Jaithwar
9/29/2020

बिहार में चुनावी शंखनाद हो चुका है, 28 अक्टूबर को पहले चरण का चुनाव भी है। बावजूद इसके अभी तक सूबे के दोनों प्रमुख गठबंधनों में शामिल सियासी दलों के बीच सीट बंटवारे पर फैसला नहीं हो सका है। चाहे सत्ताधारी एनडीए गठबंधन हो या फिर विपक्षी दलों का महागठबंधन, किसी की तरफ से अब तक सीट शेयरिंग फॉर्म्यूला जारी नहीं किया गया है। हालांकि, दोनों ही ओर से बैठकों और चर्चा का दौर जारी है। सियासी दलों की ओर से कहा जा रहा कि जल्द ही सीटों पर सहमति बनते ही इसका ऐलान कर दिया जाएगा। लेकिन सवाल यही उठ रहा कि आखिर दोनों ही धड़े में सीट बंटवारे का पेंच कहां फंस रहा है, 

एनडीए में घमासान की क्या है वजह

बात करें अगर सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की तो इसमें बीजेपी के साथ जेडीयू और एलजेपी भी प्रमुख सहयोगी हैं। तीनों ही पार्टियां लगातार इस बात पर माथापच्ची में जुटी हुई हैं कि सीटों पर तालमेल कायम किया जा सके। लेकिन एनडीए में एलजेपी के पिछले कुछ समय से बदले तेवर की वजह से हालात बदले हुए हैं। एलजेपी मुखिया चिराग पासवान गठबंधन की सहयोगी जेडीयू पर लगातार निशाना साध रहे हैं। विधानसभा की 243 सीटों के लिए एजेपी 143 सीटों पर उम्मीदवार की भी तैयारी में लगी हुई है। जेडीयू की ओर से भी चिराग पासवान पर पलटवार किया गया। हालांकि, बीजेपी की ओर से बीचबचाव के बाद हालात थोड़े बदल गए हैं। सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी की ओर से एलजेपी को करीब 27 सीटों का ऑफर दिया गया है।

एलजेपी- 27 सीटें मिलीं, 30 से ज्यादा की मांग!

-27-30-

जानकारी के मुताबिक, एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। इस दौरान सीट शेयरिंग पर बातचीत हुई है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की ओर से 27 विधानसभा सीटों के साथ कुछ विधान परिषद की सीटों का ऑफर एलजेपी को दिया गया है। फिलहाल दोनों ही पार्टियों की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर इसको लेकर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन जानकारी के मुताबिक, एलजेपी मुखिया चिराग पासवान की कोशिश 30 से ज्यादा सीटें हासिल करने की हैं। इसी वजह से उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात भी की।



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