मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने रविवार को अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी। आज 9 उम्मीदवारों के नाम पार्टी ने तय कर दिए हैं। कांग्रेस से भाजपा में आए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सामने पारुल साहू को उतारा गया है। वे राजपूत को टिकट दिए जाने से नाराज होकर कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। पार्टी अभी मुरैना समेत 4 सीटों के लिए कोई उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। पार्टी 15 दिन पहले 15 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुकी है। अब तक कुल 24 उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं।
यह लिस्ट दिल्ली से फाइनल हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इसके लिए दिल्ली गए हुए थे। वे एक सप्ताह में दो बार इस संबंध में दिल्ली जा चुके थे। हालांकि अभी भी चार सीटों पर उम्मीदवार तय होना है। भाजपा ने अभी तक एक भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि उनके उम्मीदवार तय हैं और प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस की दूसरी लिस्ट
सीट |
प्रत्याशी का नाम |
जिला |
जौरा |
पंकज उपाध्याय |
मुरैना |
सुमावली |
अजब कुशवाहा |
मुरैना |
ग्वालियर पूर्व |
सतीश सिकरवार |
ग्वालियर |
पोहरी |
हरिबल्लभ शुक्ला |
शिवपुरी |
मुंगावली |
कन्हैया राम लोधी |
अशोकनगर |
सुरखी |
पारुल साहू |
सागर |
मांधाता |
उत्तम राज नारायण सिंह |
खंडवा |
बदनावर |
अभिषेक सिंह |
धार |
सुवासरा |
राकेश पाटीदार |
मंदसौर |
इन सीटों पर अभी उम्मीदवार तय होना बाकी
कई दिनों की कवायद के बाद रविवार को कांग्रेस ने दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। अब तक कुल 24 उम्मीदवारों के नाम पार्टी तय कर चुकी है, लेकिन मेहगांव, बड़ामलहरा, मुरैना और ब्यावरा पर अभी नाम तय नहीं हुए हैं। यहां पर कई दावेदारों के होने के कारण लिस्ट तय करने में देरी हो रही है। इस बार भी पार्टी ने टिकट देते समय जातीय समीकरण के साथ अन्य कारणों को ध्यान में रखा है।
टिकट बंटवारे में फिर कमलनाथ की चली
पहली सूची में प्रत्याशियों के नाम तय करने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की भूमिका अहम रही तो दूसरी लिस्ट में ही उनकी चली। नाथ ने टिकटों के बंटवारे के पहले दो निजी एजेंसियों और एक कांग्रेस पार्टी से सर्वे कराया था। इन तीनों सर्वे में जो नाम आए उन्हें टिकट दिया गया।
कांग्रेस की पहली लिस्ट
सीट |
प्रत्याशी का नाम |
भांडेर |
फूल सिंह बरैया |
दिमानी |
रविंद्र सिंह तोमर |
अंबाह |
सत्यप्रकाश सिकरवार |
गोहद |
मेवाराम जाटव |
सांवेर |
प्रेमचंद्र गुड्डू |
नेपानगर |
रामसिंह पटेल |
हाटपिपल्या |
राजवीर सिंह बघेल |
आगर मालवा |
विपिन वानखेड़े |
सांची |
मदनलाल चौधरी |
अनूपपुर |
विश्वनाथ सिंह |
अशोक नगर |
आशा दोहरे |
बमोरी |
कन्हैया लाल अग्रवाल |
करैरा |
प्रागीलाल जाटव |
डबरा |
सुरेश राजा |
ग्वालियर |
सुनील शर्मा |
उपचुनाव क्यों हो रहे हैं?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च में अपने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा शामिल हो गए थे। इससे कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी। 20 मार्च को कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 23 मार्च को शिवराज ने सीएम पद की शपथ ली थी। इसके बाद कांग्रेस के तीन और विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इन सभी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इससे 25 सीटें खाली हो गईं। वहीं, दो सीटें दो विधायकों के निधन की वजह से खाली हो गई थीं।