पिता ने लूडाे में धाेखा दिया ताे बेटी फैमिली काेर्ट पहुंची, बाेली- उन पर बहुत भराेसा था; वे अब मेरे पापा नहीं

Posted By: Himmat Jaithwar
9/27/2020

भोपाल। कभी-कभी खेल में एक दांव भी किसी की जिंदगी बदल देता है। ऐसा ही मामला भाेपाल में आया है। कोरोना काल में बच्चों के साथ लूडो खेल रहे पिता को अंदाजा भी नहीं होगा कि खेल-खेल में सबसे छोटी बेटी को हराना उन्हें महंगा पड़ेगा। लूडो गेम में पिता द्वारा की गई चीटिंग के बाद बेटी ने उन्हें पिता मानने से ही इनकार कर दिया है। चीटिंग से आहत बेटी अब पिता का चेहरा देखना भी नहीं देखना चाहती।

24 वर्षीय युवती ने फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी के पास पहुंचकर पूरी बात साझा की। काउंसलर ने उसकी मनोदशा को देख उसके साथ अब तक चार काउंसलिंग सेशन किए हैं, लेकिन बात नहीं बनी। अब रविवार को पिता को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है।

विश्वास था कि पापा मुझे कभी हारने नहीं देंगे। इस हरकत से मैं अंदर तक टूट गई हूं

‘हम तीन भाई-बहन हैं। मैं पिता पर बहुत विश्वास करती हूं। मुझे लगता था पिता भी मुझसे काफी प्यार करते हैं। एक दिन लूडो के दौरान पिता ने मेरी गाेटी को मार दिया। पापा चाहते तो दूसरी गोटी चल सकते थे। मुझे भरोसा था कि पापा मुझे कभी हारने नहीं देंगे। उनकी इस हरकत से मैं टूट गई हूं। मुझे हराने के बाद पिता के चेहरे पर शिकन तक नहीं थी। यह देख मेरा पिता से विश्वास हट गया।

पिता मुझसे हार भी सकते थे, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। खेल खत्म होने तक पिता ने कई बार मेरी गोटी को मारा। उनके इस कदम से अब तक उनके लिए मन में जो सम्मान था, वह खत्म हो गया। जो पिता मेरी छोटी-सी बात रखने के लिए जमीन-आसमान एक कर देते थे, वे मुझे कैसे हरा सकते हैं, वह भी चीटिंग करके। अब उन्हें पापा कहने का मन नहीं कर रहा है।’ (जैसा युवती ने काउंसलर काे बताया)

आज पिता बताएंगे आखिर क्या हुआ

काउंसलर राजानी ने बताया युवती उनके पास व्यक्तिगत तौर पर पहुंची थी। खेल में पिता से हारने से उसे मानसिक आघात पहुंचा है। इससे वह अवसाद में है। काउंसलिंग की जा रही है। इसी सिलसिले में पिता को काउंसलिंग के लिए बुलाया है। उनकी काउंसलिंग के बाद ही पता चल सकेगा कि युवती की वास्तविक मनोदशा कैसी है। खेल के दौरान ऐसी क्या बात हुई, जिससे युवती अपने पिता से विमुख हो गई है।



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