इंदौर। आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की अवधारणा को देखते हुए शहर के दो युवा आईटी इंजीनियर लोकांत जैन और सानिया जसवानी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए एक हेल्थ स्क्रीनिंग डिवाइस बनाई है। उनका दावा है कि इससे ए-सिम्टोमैटिक मरीज की पहचान आसानी से हो सकेगी। यह एक तरह से बायोमैट्रिक मशीन की तरह होगी। सबसे पहले टेस्टिंग के लिए इसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया इस डिवाइस को अस्पतालों में उपयोग किए जाने वाले मल्टी पैरामीटर मॉनिटर की तरह बनाया गया है। इस पर मात्र 10 सेकंड तक अंगुली रखने पर वह कई तरह के स्वास्थ्य पैरामीटर जैसे ब्लड प्रेशर, पल्स रेट, तापमान, ऑक्सीजन आदि के बारे में बता देगी। इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च से इसे अभी मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन एफडीए से मान्यता प्राप्त है। जसवानी का कहना है कि घर-घर जाकर भी इस डिवाइस के जरिए कोरोना के लक्षणों की पहचान की जा सकती है। इस डिवाइस की उपयोगिता काे परखने के लिए हमने एडवाइजरी बोर्ड बनाया है जिसमें दस डॉक्टरों को शामिल किया गया है।
दीवार पर लग सकती है
सानिया बताती हैं कि यह एक तरह का मल्टी पैरामीटर मॉनिटर का छोटा रूप है। इसे आईसीयू में रखा जाता है, लेकिन यह एक ही इंसान के हेल्थ पैरा मॉनिटर को देख पाता है। जबकि हेल्थ स्क्रीनिंग डिवाइस उन सभी पैरामीटर को दिखाती है लेकिन उसे दिनभर में कई लोगों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। बीते छह माह से इस पर रिसर्च चल रही थी।
कई मरीजों की पहचान की : युवा इंजीनियरों ने बताया कि छह महीने से इस पर रिसर्च कर रहे थे। हमारे खुद के परिवार में कई ऐसे सदस्य हैं, जिनमें बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान इसी डिवाइस से की थी। अब हम स्वास्थ्य विभाग से इस बारे में बात कर रहे हैं ताकि वे टेस्टिंग के लिए इसका इस्तेमाल करें।