सवा साल तक सत्ता में रही बेईमान कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के विकास के पहिए को रोक दिया था। खजाना खाली होने का झूठा रोना रोकर जनता के साथ विश्वासघात किया। यही कारण रहा कि सिंधिया के नेतृत्व में 22 विधायकों ने कांग्रेस सरकार का साथ छोड़कर भाजपा की सरकार बनवाई। विकास का मार्ग प्रशस्त किया। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गैरतगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया गया। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को गद्दार ठहराया। मुख्यमंत्री ने 20 करोड़ की लागत के विभिन्न प्रकार के निर्माण एवं विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन किए। इसके अलावा सागर के जैसीनगर में भी चौहान और सिंधिया 603 करोड़ के 147 कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। दोनों नेताओं ने कांग्रेस की तत्कालीन सरकार को भ्रष्टाचार, व्यापार, शराब उद्योग और अवैध खनन की सरकार बताया।
गुना कलेक्टर ने मंच से कर दी आचार संहिता की घोषणा, बैनर ढंकवाया, सीएम के आने से पहले नेताओं ने कर दिया शिलान्यास
गुना/बमोरी| कलेक्टर की हड़बड़ी से बमोरी में शुक्रवार को किसान पर्व सह अंत्योदय मेले के आयोजन पर पानी फिरते-फिरते बचा। दरअसल, दोपहर 12.30 बजे दिल्ली में जैसे ही मुख्य चुनाव आयुक्त ने बोलना शुरू किया, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मंच से आचार संहिता की घाेषणा कर दी और पुलिस के अलावा सभी कर्मचारियों को जाने को कह दिया।
बैनर पर भी सफेद कपड़ा डाल दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और सिंधिया काे 556 कराेड़ के कामों की जिन शिला पट्टिकाओं का अनावरण करना था, वह स्थानीय नेताओं ने कर दिया। 25 मिनट बाद पता चला कि मप्र में आचार संहिता नहीं लगी है। बाद में शिवराज और ज्याेतिरादित्य पहुंचे और जनता को संबोधित किया।