32 साल बाद बी. आर. चोपड़ा के सीरियल 'महाभारत' का प्रसारण फिर से शुरू हो गया है। देश में चल रहे 21 दिन के लॉकडाउन के बीच शनिवार, 28 मार्च से डीडी भारती पर प्रतिदिन शो के दो एपिसोड (दोपहर 12 और शाम के 7 बजे) दिखाने शुरू कर दिए गए हैं। 1988 में पहली बार टेलीकास्ट हुए इस सीरियल के पॉपुलर किरदारों में शकुनी मामा भी शामिल थे, जो गुफी पेंटल ने निभाया था। लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि शकुनी बनने से पहले गुफी आर्मी में थे और भारत-चीन की सीमा पर रामलीला करते थे। दिलचस्प बात यह है कि गुफी को रामलीला में सीता की भूमिका मिलती थी।
इंजीनियरिंग करते-करते आर्मी में जाने का मौका मिला
दैनिक भास्कर से एक बातचीत में गुफी ने बताया था कि 1962 में जब भारत और चीन के बीच युद्ध शुरू हुआ, तब वे इंजीनियरिंग कर रहे थे। इसी दौरान कॉलेजों से आर्मी की सीधी भर्तियां हुईं। गुफी हमेशा से ही आर्मी में जाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने मौके को भुना लिया। उनकी पोस्टिंग चाइना बॉर्डर पर आर्मी आर्टिलरी में हुई थी।
रावण स्कूटर पर करता था सीता का अपहरण
बकौल गुफी, "बॉर्डर पर टीवी या रेडियो मनोरंजन के लिए नहीं होता था, इसीलिए जवान रामलीला करते थे। मुझे सीता का रोल प्ले करना पड़ता था और रावण बना शख्स स्कूटर पर मेरा अपहरण करता था।
भारत-पाकिस्तान पार्टीशन के बाद आए भारत
गुफी पेंटल का परिवार पार्टीशन के वक्त पकिस्तान के लाहौर से दिल्ली आकर बसा था। उनके पिता गुरचरण पटेल उर्फ़ चन्नी ने दिल्ली के सदर बाजार में स्टूडियो खोला था। गुफी को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था, इसीलिए अपने भाई के कहने पर मुंबई आ गए।
ऐसे मिला शकुनी का रोल
गुफी 'महाभारत' में कास्टिंग डायरेक्टर थे। उन्होंने बताया, "शकुनी के रोल के लिए मैंने तीन लोगों को चुना था। इस बीच शो की स्क्रिप्ट लिख रहे राही मासूम रजा की नजर मुझ पर पड़ी और उन्होंने शकुनी का रोल करने की सलाह दी।"