एमपी के सभी मंत्रियों ने सीएम को इस्तीफा सौंपा, नई कैबिनेट बनाएंगे कमलनाथ

Posted By: Himmat Jaithwar
3/9/2020

भोपाल।मध्य प्रदेश से एक बहुत बड़ी खबर इस वक्त आ रही है. रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, सभी मंत्रियों ने सीएम कमलनाथ को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. सीएम कमलनाथ को फिर से कैबिनेट का गठन करने और जरूरत के मुताबिक मंत्रियों को चुनने की आजादी दी गई है. सीएम कमलनाथ से जुड़े नजदीकी सूत्रों का कहना है कि बेंगलुरु गए विधायक पार्टी में वापस आ जाएंगे.

हम नहीं गिरा रहे सरकार- गोपाल भार्गव

मध्य प्रदेश के नेता विपक्ष गोपाल भार्गव ने आजतक से बातचीत में कहा कि कांग्रेस में उठापटक के लिए बीजेपी जिम्मेदार नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर एमपी में कमलनाथ सरकार गिरती है और हमें मौका मिलता है तो आलाकमान जो भी कहेगा वैसा हम करेंगे.

लखनऊ से भोपाल जा रहे हैं MP के राज्यपाल

मध्य प्रदेश में अचानक बढ़े राजनीतिक तापमान के बीच एक अहम खबर आ रही है. मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन मंगलवार सुबह को लखनऊ से भोपाल जा रहे हैं.

नड्डा से मिलने के बाद अमित शाह से मिलने पहुंचे शिवराज

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान गृहमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं. शिवराज सिंह अमित शाह के घर पर उनसे मुलाकात कर कर रहे हैं. इस मुलाकात में बीजेपी नेता नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद हैं. अमित शाह और शिवराज सिंह चौहान के बीच 2 घंटे से बैठक चल रही है.

क्या है एमपी का समीकरण

मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं. एमपी के 2 विधायकों का निधन हो गया है. इस तरह से विधानसभा की मौजूदा शक्ति 228 हो गई है. कांग्रेस के 114 विधायक हैं. एमपी में इस वक्त सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है. कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक एसपी विधायक का समर्थन मिला है. इस तरह कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन है. जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक है.

शिवराज चुने जा सकते हैं विधायक दल के नेता

रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना जा सकता है. इस गोपाल भार्गव एमपी में विधायक दल के नेता हैं. बीजेपी ने इस विधायक दल की बैठक में अपने सभी 107 विधायकों को मौजूद रहने को कहा है. इस मीटिंग में मध्य प्रदेश बीजेपी के सभी सांसद भी मौजूद रहेंगे. बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे भी मंगलवार को भोपाल जा रहे हैं.

जेपी नड्डा और शिवराज के बीच मंथन

मध्य प्रदेश के सियासी हलचल पर बीजेपी ने भी अपनी रणनीति शुरू कर दी है. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. दोनों नेताओं के बीच राज्य के ताजा घटनाक्रम पर बातचीत हुई है. दोनों के बीच ये मुलाकात दिल्ली मुख्यालय में हुई है.

6 मंत्री समेत 20 कांग्रेस विधायक पहुंचे बेंगलुरु

पहले पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सिंधिया समर्थक 17 विधायकों को लापता बताया गया था. बाद में रिपोर्ट आई कि ये विधायक एक चार्टर प्लेन से बेंगलुरु पहुंचे थे. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अब ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली स्थित अपने निवास पहुंच गए हैं. इस बीच खबर है कि एमपी बीजेपी के भी 6 विधायक बेंगलुरु पहुंच गए हैं.

एमपी का ये राजनीतिक घटनाक्रम ऐसे वक्त में सामने आया है, जबकुछ ही दिन बाद राज्यसभा चुनाव होने को हैं. मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार मामूली बहुमत के आधार पर सरकार चला रही है. सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत कई नेता आरोप लगा चुके हैं कि बीजेपी उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर उनकी सरकार गिराना चाहती है.

दिल्ली से भोपाल लौटे कमलनाथ

पीटीआई के मुताबिक सीएम कमलनाथ ने अपना दिल्ली का दौरा बीच में ही खत्म कर दिया है और वे भोपाल लौट आए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व ज्योतिरादित्य सिंधिया को मनाने में जुट गई है, और उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

भोपाल में कांग्रेस की आपात बैठक

आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक इस घटनाक्रम के मद्देनजर भोपाल में सीएम कमलनाथ ने आपात बैठक बुलाई है. बैठक में वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और दूसरे मंत्री मौजूद हैं. कमलनाथ को समर्थन करने वाले कई विधायक भी इस बैठक में पहुंच रहे हैं. कमलनाथ के नजदीकी सूत्रों ने बताया है कि मध्य प्रदेश सरकार को कोई खतरा नहीं है.

बीजेपी ने बुलाई विधायक दल की बैठक

कांग्रेस खेमे में हलचल को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी भी सक्रिय हो गई है. होली होने के बावजूद मंगलवार को बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुला ली है. मंगलवार को भोपाल में शाम 7 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक होने वाली है.

16 मार्च से बजट सत्र, 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव

आने वाले दिन मध्य प्रदेश की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम हैं. अगर राज्य में कांग्रेस का संख्याबल कमजोर होता है तो बीजेपी आगामी बजट सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर सकती है. मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है. ऐसी परिस्थिति में कमलनाथ सरकार के सामने मुश्किल पैदा हो सकती है.

वहीं 26 मार्च को एमपी में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव है. इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां जोर आजमाइश कर रही है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया का राज्यसभा में कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा हो रहा है. अगर इससे पहले किसी भी पार्टी के विधायक टूटते हैं तो इसका असर राज्यसभा चुनाव में दिख सकता है.



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