भोपाल। लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत प्रमाणपत्र और चेक वितरण कार्यक्रम के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कक्षा छठवीं की छात्रा दिया से संवाद किया। इस दौरान दीया सुमन से जब सीएम ने पूछा कि आप बड़े होकर क्या बनना चाहती हो। इस पर दिया ने जवाब दिया कि वह कलेक्टर बनना चाहती है। इस पर सीएम ने कहा कि आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी। इसके अगले ही दिन यानी शुक्रवार को कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने दीया सुमन को कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाकर उसके सपने को पंख लगा दिए। इतना ही नहीं दीया से इसके बाद न केवल महिला बाल विकास विभाग का निरीक्षण किया बल्कि अफसर और कर्मचारियों के साथ बैठक भी की। इसके बाद दीया पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय की कुर्सी पर भी बैठीं।
दरअसल, गुरुवार को पांडोला में लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत प्रमाण-पत्रों व चेक का वितरण किया जाना था। इस कार्यक्रम में वीडियाे कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम से सीधे संवाद के लिए पांडोला गांव की कक्षा 6वीं की छात्रा दीया सुमन का चयन किया गया। यहां सीएम ने उससे गांव से लेकर पढ़ाई के बारे में चर्चा की। साथ ही पूछा कि वह बड़े होकर क्या बनना चाहती। इस पर दीया ने अपनी इच्छा बताते हुए कहा कि वह बड़े होकर कलेक्टर बनना चाहती। उसके इस सपने को उड़ान देने के लिए शुक्रवार को दीया को महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसर सीएम के निर्देश पर कलेक्टर के दफ्तर लेकर पहुंचे।
यहां कलेक्टर ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठाया और रीडर ने कलेक्टर के काम के संबंध में जानकारी दी। इसके साथ ही उसने अन्य विभागों का निरीक्षण भी किया। जबकि दीया के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी-कर्मचारियों ने कलेक्टर के सभागार में बैठक भी की। दीया के कलेक्टर की कुर्सी पर बैठना दिनभर चर्चा का विषय बना रहा।
कलेक्टर बोले- दृढ़ इच्छा ही तुम्हारी जीत
कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाने के बाद कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने दीया सुमन से कहा कि वह इसी दृढ़ इच्छा को हमेशा कायम रखें और पढ़ाई करती रहे। एक दिन वह कलेक्टर बन ही जाएगी। इसी दृढ़ इच्छा को हमेशा जीवित रखना और उसकी हौसला अफजाई की।
एसपी की कुर्सी पर भी बैठी छात्रा
कलेक्टर की कुर्सी पर बैठने के बाद छात्रा दीया सुमन को महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीआ पांडे एसपी दफ्तर लेकर पहुंचे। यहां भी छात्रा को एसपी ने अपनी कुर्सी पर बैठाकर जानकारी दी।