बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इंडस्ट्री में नेपोटिज्म और मूवी माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं। हाल ही में उर्मिला मातोंडकर ने कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए कहा था कि कंगना बेवजह विक्टिम और महिला कार्ड खेल रही हैं। उन्हें अगर ड्रग्स को लेकर लड़ाई करनी है तो उन्हें अपने राज्य हिमाचल प्रदेश से शुरुआत करनी होगी।
अब कंगना रनौत ने इसपर पलटवार किया है। कंगना का कहना है कि वह मेरे संघर्षों का मजाक बना रही हैं। कंगना ने उर्मिला पर पर्सनल वार करते हुए उन्हें ‘सॉफ्ट पॉर्म स्टार’ बुलाया। उन्होंने यह भी कहा कि उर्मिला अपनी एक्टिंग की वजह से नहीं जानी जाती हैं।
टाइम्स नाउ संग इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि मुझे पॉलिटिकल टिकट मिलने में कोई मुश्किल नहीं होगी, क्योंकि उर्मिला के पास भी एक है। जब उन्हें टिकट मिल सकता है तो मुझे क्यों नहीं मिल सकता। सब को टिकट मिल रहा है। मैं अपने जीवन के साथ क्यों खेलूं, क्या मेरा घर तोड़ दिया है...?
खुद को 100 फीसदी क्लीन बताते हुए कंगना रनौत ने अध्ययन सुमन द्वारा दिए गए बयान पर भी बात की। कुछ सालों पहले अध्ययन ने इल्जाम लगाया था कि कंगना रनौत ने उन्हें जबरदस्ती ड्रग्स दिए। इसपर कंगना ने कहा कि मैंने आजतक किसी ड्रग पेडकर को फोन नहीं किया। मैंने कभी ड्रग्स नहीं खरीदे। लेकिन हां, मैं क्योंकि लोगों के सामने एक्सपोज हो गई हूं तो यह चीज मुझे साफ तौर पर दिखाई दे रही है। मैंने देखा है भारत को किस तरह ड्रग्स से नुकसान पहुंच रहा है, खासकर पंजाब को।
उर्मिला मातोंडकर ने किया था कंगना रनौत पर जुबानी वार
कंगना रनौत ने मुंबई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कह दिया था, जिसके बाद उनका जमकर विरोध हुआ। इसके अलावा कंगना ने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे कई लोग हैं, जो ड्रग्स का सेवन करते हैं और उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। इन बयानों को लेकर उर्मिला मातोंडकर ने कंगना पर जमकर निशाना साधा। उर्मिला ने कहा कि पूरा देश ड्रग्स की समस्या से जूझ रहा है। क्या उन्हें (कंगना) को पता नहीं है कि हिमाचल ड्रग्स का गढ़ है? उन्हें यह लड़ाई अपने गृह राज्य से शुरू करनी चाहिए।
उर्मिला ने आगे कहा था कि ये इंसान, जिसे टैक्सपेयर्स के पैसों से Y सिक्योरिटी दी गई है, पुलिस को ड्रग नेक्सस के बारे में क्यों नहीं बताती हैं? इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मुंबई और बॉलीवुड सभी का है। जिसने भी इस शहर से प्यार किया है और उसे वापस कुछ दिया है तो यह शहर उनका है। इस शहर की बेटी होने के नाते, इसका अपमान करने वाली किसी भी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करूंगी। जब आप इस तरह की टिप्पणी करते हैं तो शहर ही नहीं बल्कि आप यहां के लोगों का भी अपमान कर रहे हैं। उर्मिला ने आगे कहा कि अगर कोई हर समय चिल्लाता है तो जरूरी नहीं है कि वह सच बोल रहा है।