देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि कब तक वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) के आने की संभावना है। हर्षवर्धन ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक देश के लोगों को कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी।
डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा, 'भारत अन्य देशों की तरह कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में एक एक्सपर्ट ग्रुप इसकी देखरेख कर रहा है और हमारे पास एडवांस प्लानिंग है। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध होगी।'
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस से होने वाली मौत की दर फिलहाल, दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे कम (1.64) फीसदी है और सरकार का लक्ष्य इस मृत्यु दर को घटा कर एक फीसदी से भी कम करने का है। कोरोना वायरस महामारी पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा कि भारत में कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की दर 78 से 79 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 से स्वस्थ होने की उच्च दर वाले गिने-चुने देशों में शामिल है।
हर्षवर्धन ने कहा कि भले ही कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या भले अधिक हो लेकिन अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड मरीजों की संख्या 20 फीसदी से कम है। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड महामारी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या यूरोप के कई देशों की तुलना में कम है। मंत्री ने कहा कि सरकार भारत में अमेरिका की तुलना में अधिक कोविड जांच करने पर विचार कर रही है।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने लोगों को आश्वासन दिया था किया सरकार वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में पूरी तरह से सावधानी बरत रही है। उन्होंने कहा था, 'वैक्सीन सुरक्षा, लागत, इक्विटी, कोल्ड-चेन आवश्यकताएं, उत्पादन, समय सीमा आदि जैसे मुद्दों पर भी गहनता से चर्चा की जा रही है।' कोरोना वैक्सीन के एक बार तैयार होने के बाद, इसे उन लोगों के लिए सबसे पहले उपलब्ध कराया जाएगा जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
देश में तीन कोरोना वैक्सीन पर चल रहा काम
देश में तीन कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने बताया था कि भारत में तीन वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है और इसमें से एक को जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो जाएगा। कैडिला हेल्थकेयर और भारत बोयोटेक की तरफ से तैयार की जा रही कोविड-19 वैक्सीन ने ट्रायल का पहला फेज पूरा कर लिया है। वहीं, पुणे की दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से 14 जगहों पर फेज-3 के दौरान 1500 वालेंटियर्स पर दवा का ट्रायल किया जाएगा।