मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। विधानसभा में सर्वदलीय बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 35 दिन बाद हम ही विधानसभा अध्यक्ष बनाएंगे। कांग्रेस चंबल में चुनाव प्रचार तेज करेगी।
कमलनाथ मंगलवार सुबह विधानसभा में सत्र को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए। यह सत्र तीन दिन का बुलाए जाने को लेकर था। सरकार इस दौरान बजट, छह से ज्यादा बिल के साथ स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चुनाव कराना चाह रही थीं। ऐसे में कमलनाथ ने साफ कर दिया कि वे बजट बुलाए जाने के पक्ष में हैं, लेकिन अगर सत्र एक दिन से ज्यादा का होता है तो प्रश्न और ध्यानाकर्षण भी होगा।
प्रश्न से बच रहे दोनों दल
काफी लंबी बातचीत के बाद सिर्फ एक दिन के सत्र में बजट पेश किए जाने पर समहति बनी। सूत्रों की मानें तो दोनों ही पक्ष प्रश्नकाल से बचते नजर आए। ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी की मौत पर कमलनाथ बोले- यह लापरवाही है। उनकी मौत के बाद अब कांग्रेस की विधायक संख्या एक और कम हो गई है।
कमलनाथ भी ग्वालियर-चंबल में प्रचार करेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ग्वालियर-चंबल के दौरे के बाद अब कमलनाथ वहां का दौरा करेंगे। यहां 6 जिलों में 16 सीटों पर उपचुनाव होना है। इधर, टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस में मचे घमासान पर तंज कसते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस डूबता जहाज है। वह मानने को तैयार नहीं है।
नरोत्तम मिश्रा का तंज- कार्यकर्ता ही नहीं बचे
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के पास ग्वालियर-चंबल अंचल में कार्यकर्ता ही नहीं बचे हैं। इसलिए उसे उपचुनाव में दलबदलू प्रत्याशी उतारने पड़ रहे हैं। उसके अधिकांश उम्मीदवार दूसरे दलों से आए हैं। टिकट वितरण के बाद कांग्रेस में फैले असंतोष पर नरोत्तम ने कहा कि कांग्रेस डूबता जहाज है। कोई भी अब कांग्रेस में रहना नहीं चाहता है। कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति है। चाहे वह माने या ना माने।
सदन की मौजूदा स्थित
पार्टी |
सीट |
भाजपा |
107 |
कांग्रेस |
88 |
बहुजन समाज पार्टी |
2 |
समाजवादी पार्टी |
1 |
निर्दलीय |
4 |
खाली |
28 |