नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने एक ट्वीट के जरिए सरकार पर कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ''#CovidCrisis से निपटने में खुद की बेतरह तारीफ करने से पहले उन लाखों-करोड़ों लोगों के लिए वक्त निकालिए, जो सही ढंग से लागू नहीं किए गए लॉकडाउन की वजह से तकलीफ झेल रहे हैं.''
इससे पहले उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया था, ''दिल्ली और अन्य कई जगहों पर बिहार के सैकड़ों गरीब लोग लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. नीतीश कुमार जी जब दुनिया भर की सरकारें अपने लोगों की मदद कर रही हैं, बिहार सरकार इन लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने अथवा जहां ये लोग हैं वहीं कुछ फ़ौरी राहत की व्यवस्था क्यों नहीं कर रही है?' एक दूसरे ट्वीट में प्रशांत किशोर ने ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए.
उससे पूर्व पीएम मोदी के लॉकडाउन फैसले की आलोचना करते हुए किशोर ने ट्वीट किया था कि क्या 21 दिन लॉकडाउन करने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण है जिससे कोरोना के खिलाफ जंग जीती जा सके? बिना टेस्टिंग, आइसोलेशन और चिकित्सा के कोरोना को कैसे रोका जा सकेगा. प्रशांत किशोर ने कहा था कि लॉकडाउन से लक्ष्य हासिल होगा कि नहीं यह तो पता नहीं पर इससे लोगों की जिंदगी और रोजरोटी जरूर बर्बाद हो जाएगी.
पीएम मोदी के फैसले की आलोचना करते हुए प्रशांत किशोर ने लिखा था कि लॉकडाउन का फैसला सही हो सकता है लेकिन 21 दिन बहुत ज्यादा हैं. कोरोनावायरस से गरीबों को बचाने के लिए कोई ठोस तैयारी नहीं है. आने वाले दिन बहुत मुश्किल होने वाले हैं.