बॉलीवुड में ड्रग्स विवाद पर अब समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन और भाजपा सांसद रवि किशन व एक्ट्रेस कंगना रनोट आमने सामने आ गए है। मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राज्यसभा में जया बच्चन ने किसी का भी नाम लिए बिना कहा, 'फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाने वाले उसी को गटर कह रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार ऐसे लोगों से कहे कि वे इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करें।' इस पर कंगना ने कहा कि आपका बेटा फंदे पर झूला होता तो भी क्या आप यही बयान देतीं। रवि किशन ने कहा कि जयाजी से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
जया बच्चन ने कहा, 'कुछ लोगों की वजह से आप पूरे इंडस्ट्री की छवि को धूमिल नहीं कर सकते। मुझे शर्म आती है कि कल लोकसभा में हमारे एक सदस्य, जो फिल्म उद्योग से हैं, उन्होंने इसके खिलाफ बोला। यह शर्मनाक है। आप जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद नहीं कर सकते हैं।' दरअसल, जया का यह बयान सुशांत की मौत के बाद बॉलीवुड के साथ कंगना रनोट का विवाद और भाजपा सांसद रवि किशन के लोकसभा में दिए गए बयान से जोड़ कर देखा जा रहा है।
कंगना ने जया के भाषण के साथ ट्वीट किया
‘जया जी क्या ये बात आप तब कह पातीं, जब मेरी जगह आपकी बेटी श्वेता को पीटा जाता, ड्रग्स दी जाती और युवावस्था में शोषण होता। क्या ये बात आप तब कह पातीं, यदि अभिषेक ने लगातार हैरेसमेंट की बात की होती और आप उन्हें एक दिन लटका पातीं। हमारे साथ सहानुभूति रखिए।’
कंगना ने 'रेप किया तो क्या हुआ रोटी तो दी ना' का भी जवाब दिया
रवि किशन ने कहा- आज इंडस्ट्री को बचाने की जरूरत है
जया बच्चन के बयान पर रवि किशन ने मंगलवार को कहा, मुझे उम्मीद थी कि जयाजी मेरा समर्थन करती थी। इंडस्ट्री में सभी ड्रग्स नहीं लेते, लेकिन जो लोग लेते हैं, वे दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री को खत्म करने की योजना का हिस्सा हैं। जब मैंने और जयाजी फिल्म इंडस्ट्री को ज्वाइन किया था तब हालात ऐसे नहीं थे, लेकिन आज इंडस्ट्री को बचाने की जरूरत है।
रवि किशन ने लोकसभा में क्या कहा था?
दरअसल, सोमवार को भाजपा सांसद रवि किशन ने लोकसभा में ड्रग्स और बॉलीवुड कनेक्शन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने शून्यकाल के दौरान कहा था कि पाकिस्तान और चीन से ड्रग्स की तस्करी हो रही है। यह देश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि हमारे फिल्म उद्योग में इसकी पैठ हो चुकी है और एनसीबी इसकी जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए।