ग्वालियर। जिस सिंधिया स्कूल को 200 करोड़ रुपए की सरकारी जमीन ₹100 में लीज पर दे दी गई वह सिंधिया स्कूल ग्वालियर के पर्यटन विकास के लिए जरूरी राजा मानसिंह किले से फूलबाग तक का रोपवे नहीं बनने दे रहा है। पिछले 50 साल से कई बार इसके प्रयास किए गए परंतु हर बार जय विलास पैलेस से आए इशारों ने सरकारी आदेशों को फाइलों में बंद हो जाने के लिए मजबूर कर दिया। एक बार फिर ऐसा ही हुआ है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की दहशत: नगर निगम कमिश्नर ने खुद काम बंद करा दिया
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर राज्यसभा सांसद बने ज्योतिरादित्य सिंधिया की स्थानीय प्रशासन पर दहशत कुछ इस कदर है कि फूलबाग बारादरी के पास लोअर टर्मिनल का निर्माण कार्य जो शुरू हो गया था उसे नगर निगम के कमिश्नर ने खुद बंद करवा दिया।
सिंधिया स्कूल को कष्ट ना हो इसलिए प्रोजेक्ट ही चेंज कर दिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया से आंख मिलाकर पर्यटन विकास के महत्व की बातें कर पाने में नाकाम अफसरों ने प्रोजेक्ट ही चेंज कर दिया। अब निर्माण कार्य सेवानगर के पास किया जायेगा। योजना का स्थान परिवर्तन कर दिया गया है। इस तरह सेवानगर के पास लोअर टर्मिनल तथा किले के ऊपर मानसिंह महल के पास स्टैण्ड के भूमि पर अपर टर्मिनल बनाया जायेगा। इस परिवर्तन के लिए नगर निगम कमिश्नर ने काम शुरू हो जाने के बाद प्रतिवेदन भेजा और कलेक्टर ने स्वीकार कर दिया।
सांसद विवेक शेजवलकर नाराज लेकिन परवाह किसे
इसको लेकर सांसद विवेक शेजवलकर ने बेहद नाराजगी जताई है। साथ ही निगमायुक्त को पत्र लिखा है कि बिना उनकी सहमति के रोपवे का स्थान परिवर्तन करने का समाचार मिला है। वह पूरी तरह से गलत है। सांसद का कहना है कि इसके निर्माण के लिये लम्बे समय से वे प्रयास कर रहे थे। उनके प्रयासों के उपरांत बेहद मुश्किल से कई विभागों की मंजूरी मिली थी। इस आधार पर ही लोअर टर्मिनल का कार्य प्रारंभ हुआ था। ऐसे में काम बंद करवाकर गुपचुप तरीके से स्थान परिवर्तन किया गया है वह गलत है।
सिंधिया के कारण 50 साल से रोपवे नहीं बन पाया
यहां यह उल्लेखनीय है कि सांसद विवेक शेजवलकर ने अपने दो बार के महापौर के कार्यकाल में रोपवे का कार्य प्रारंभ कराने की अनेक बार कोशिश की थी। मगर सिंधिया स्कूल की आपत्तियों के चलते ऐसा नहीं हो सका था। उनके पिता पूर्व सांसद व महापौर नारायण कृष्ण शेजवलकर भी 50 साल पहले कोशिश कर चुके हैं मगर रोपवे का कार्य प्रारंभ नहीं करवा सके थे। उनके पुत्र विवेक शेजवलकर ने अपने दूसरे महापौर कार्यकाल के समापन के पहले निचले हिस्से का फूलबाग परिसर में काम तो शुरू करवा दिया मगर आगे नहीं बढ़वा सके।
सिंधिया स्कूल को क्या समस्या है
बताया जाता है कि पुराने लेआउट में अपर टर्मिनल यानी ऊपरी हिस्से का काम सिंधिया स्कूल परिसर के निकट होना है। इससे स्कूल के कामकाज में परेशानी आयेगी। ऐसे में स्कूल प्रबंधन की आपत्ति की वजह से हर बार काम शुरू होने से पहले ही रोक दिया जाता है।