यूपी के बिजनौर में कोराेना काल में बड़ा घोटाला हुआ है। यहां पांच गुना महंगी कोविड किट खरीदी गई है। बता दें कि 5,800 में इंफ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सिमीटर खरीदने पर गाजीपुर के डीपीआरओ नप गए, 9,950 में खरीदने पर सुल्तानपुर के डीपीआरओ सस्पेंड हो चुके है। इसके बाद भी बिजनौर में स्वास्थ्य विभाग में यही खरीद 15,750 रुपये में होने पर भी नियमानुसार बताई जा रही है। जीएसटी सहित 12,390 के रेट से इन्फ्रारेड थर्मामीटर और 3360 की दर से पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे गए। करीब पांच गुना दामों पर हुई यह खरीद जैम पोर्टल के अनुसार होने का दावा किया गया है।
गौरतलब है, कि कईं जनपदों में इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की किट की खरीद में शासन की ओर से निर्धारित अधिकतम 2800 रुपये प्रति किट से अधिक के खरीद के मामले सामने आ रहे हैं। सुल्तानपुर में इन दोनों उपकरणों की करीब 9,950 रुपये में खरीद होने पर वहां के लम्भुआ से विधायक देवमणि द्विवेदी के पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच शुरु हुई व डीपीआरओ सस्पैंड हो गए। गाजीपुर में 5800 रुपये में यही उपकरण खरीदने पर वहां के डीपीआरओ को भी सस्पैंड कर दिया गया है। बिजनौर के स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो सीएमओ बिजनौर ने सहारनपुर की फर्म याशिका इंटरप्राइजेज से 8 अप्रैल 2020 को ऑर्डर देकर जीएसटी सहित 12,390 रुपये प्रति की दर से 12 इन्फ्रारेड थर्मामीटर खरीदे तथा सहारनपुर की ही फर्म आयुषी इंटरप्राइजेज से 1 अप्रैल 2020 को ऑर्डर देकर जीएसटी सहित 3360 रुपये की दर से 20 पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे। इस प्रकार इनके एक इन्फ्रारेड थर्मामीटर व एक पल्स ऑक्सीमीटर की कीमत मिलाकर 15,750 रुपये बैठती है। वर्तमान में यह दोनों सामान ऑनलाइन तक घर बैठे 2000 से 2600 रुपये के बीच उपलब्ध हो रहे बताए जाते हैं। करीब पांच गुना से अधिक दामों पर खरीद को लेकर विभागीय अफसरों का कहना है, कि उनके यहां खरीद जैम पोर्टल के अनुसार हुई है। बिना जैम पोर्टल के कोई खरीद ही नहीं हुई है सो इसमें गड़बड़ी का कोई मामला नहीं है। उस समय जब यह सामान मिल नहीं रहा था तो जैम पोर्टल पर भी इसके रेट अधिक ही होने का दावा किया जा रहा है।
सीएमओ, बिजनौर डा. विजय कुमार यादव कहते हैं कि यह सही है, कि इन दरों पर इन्फ्रारेड थर्मामीटर व पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे गए, लेकिन यह सब जैम पोर्टल पर उपलब्ध उस समय के न्यूनतम दामों के अनुसार खरीद थी। उस समय बाजार में इनकी उपलब्धता भी आसानी से नहीं थी। खरीद में नियमों का पालन किया गया है।
वित्तीय प्रक्रियाओं की समीक्षा करा रहे डीएम
जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय ने बिजनौर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड 19 के लिए की सामग्री की खरीद में वित्तीय प्रक्रियाओं की समीक्षा के लिए बीती 31 अगस्त को वरिष्ठ कोषाधिकारी को निर्देशित किया है। वरिष्ठ कोषाधिकारी सूरज कुमार ने स्वीकार किया, कि कुछ जगह बिल में रेट सामान्य से ज्यादा लग रहे हैं, लेकिन वे जैम पोर्टल के अनुसार बताए गए हैं। वह इसको जैम पोर्टल पर भी क्रॉस चेक कर रहे हैं। पूरी समीक्षा के बाद वह अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को देंगे।