मुंबई। फिल्म ऐक्ट्रेस कंगना रनौत के मुंबई स्थित ऑफिस पर बीएमसी की ओर से बुलडोडर चलाए जाने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। सरकार में साझीदार एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने भी इस पर अपना विरोध जताया था। इस बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख अडवाइजर अजॉय मेहता को तलब किया है।
बताया जा रहा है कि मामले को लेकर गवर्नर केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट पेश करने की भी योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद कंगना रनौत के ऑफिस को बीएमसी ने ढाह दिया था।
कंगना के 48Cr के ऑफिस का BMC ने किया ये हाल, 'क्वीन' बोलीं- मुंबई पाकिस्तान और ये बाबर की सेना
कंगना रनौत ने 9 सितंबर को मुंबई आने का चैलेंज दिया था और उसी दिन सुबह-सुबह बीएमसी की टीम जेसीबी लेकर उनका ऑफिस तहस-नहस करने पहुंच गई। बीएमसी अफसरों का कहना था कि कंगना का यह ऑफिस रेजीडेंशल जगह है और इसे गलत तरह से रेनोवेट करवाकर इसका ऑफिस बनाया गया है। नोटिस देने के 2 दिन के अंदर ही बीएमसी ने ऑफिस पर ऐक्शन भी ले लिया।
कंगना के ऑफिस के बाहर और अंदर दोनों जगह तोड़-फोड़ की गई है। बाहर से खिड़कियों का कांच जेसीबी से तोड़ा गया। वकील के स्टे लाने से पहले बीएमसी की टीम जितना तोड़फोड़ कर सकती थी, करके चली गई। कंगना लगातार इससे जुड़े ट्वीट भी करती रहीं और अपनी नाराजगी जताती रहीं। कंगना इस दौरान मनाली से मुंबई के रास्ते में थीं।
कंगना के वकील ने बताया कि वह कोर्ट से स्टे लेकर आते इससे पहले वे जितना ऑफिस तोड़ सकते थे तोड़ रहे हैं। BMC के 20 से ज्यादा अफसरों के साथ पुलिस भी पहुंची थी। जेसीबी और हथौड़ों से कंगना के ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ की गई।
बीएमसी ने कंगना के खूबसूरत और आलीशान ऑफिस में तोड़फोड। इस बीच कंगना ने तस्वीरें ट्वीट करते हुए मुंबई की तुलना फिर पाकिस्तान से की। कंगना ने घर से निकलते वक्त ट्वीट किया था, 'रानी लक्ष्मीबाई के साहस,शौर्य और बलिदान को मैंने फिल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है। मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी ना डरूंगी, ना झुकूंगी।
पहले बीएमसी के अफसर कंगना रनौत के दफ्तर पहुंचे थे। उन्होंने यहां गलत तरीके से रेनोवेशन बताकर नोटिस भी चस्पा किया था। उन्होंने ऑफिस में कई कमियां गिनाई थीं जैसे ग्राउंड फ्लोर पर टॉयलेट को अवैध तरीके से ऑफिस केबिन बना दिया गया है। ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर रूम में अवैध तरीके से किचन का निर्माण किया गया है। अवैध निर्माण कर सीढ़ियों के बगल में, स्टोर रूम में और पार्किंग में टॉयलेट बनाए गए हैं, वगैरह।
कंगना ने बीएमसी से 1 हफ्ते की मोहलत मांगी थी। BMC ने उनको मोहलत नहीं दी और कहा कि जो खर्चा आ रहा है उसकी भी वही जिम्मेदार हैं।
कंगना रनौत के वकील ने कहा कि नोटिस मिलते ही तुरंत ऐक्शन ले लिया गया। मोहलत भी नहीं दी गई ये कैसा तरीका है।
कंगना रनौत के वकील ने बॉम्बे हाई कोर्ट से जब तक स्टे लिया तब तक काफी देर हो चुकी थी। कोर्ट का आदेश है कि BMC अब कोई तोड़फोड़ नहीं कर सकता। हालांकि इसके पहले ही काफी नुकसान हो चुका है।
कंगना के ऑफिस पर बीएमसी के इस ऐक्शन को उन्होंने डेमोक्रेसी की हत्या और तोड़फोड़ करने वाले अफसरों को बाबर की सेना बताया है।
इसे लेकर गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार को सीएम के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार अजॉय मेहता को तलब कर सीएम के इस 'बेतुके सलूक' पर अपनी नाराजगी जाहिर की। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, गवर्नर ने मेहता के जरिए सीएम को सख्त संदेश भेजा है।