पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राहियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सीधा संवाद किया। उन्होंने मप्र के हितग्राहियों को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि स्ट्रीट वेंडरों को लोन दिलाने के लिए एक और योजना जल्द शुरू होगी। इस पर विचार शुरू हो गया है। रेहड़ी वालों के लिए विद्युत सुविधा, आयुष्मान योजना का लाभ, उज्ज्वला योजना, एक रुपया महीना भुगतान करने पर बीमा योजना का लाभ, आवास निर्माण के लिए सहायता के संबंध में भी योजना लागू की जाएगी।
मोदी ने स्ट्रीट वेंडरों को लोन दिलाने के लिए मप्र में हुए कामों की तारीफ की और दूसरे राज्यों को इससे प्रेरणा लेने को कहा। मोदी ने कहा कि उन्होंने कहा कि महामारी के समय गरीबों को इस योजना से मिली राहत वरदान सिद्ध हुई है। पहले गरीब कागजों के डर से बैंक नहीं जाते थे, अब ऐसा नहीं है।
बैकिंग व्यवस्था से अब गांव भी ऑनलाइन मार्केट से जुड़ जाएंगे। इसके लिए अगले एक हजार दिन में ऑप्टिकल फायबर के उपयोग को बढ़ाने का काम होगा। डिजिटल हेल्थ मिशन से हितग्राहियों को हेल्थ आईडी भी मिलेगी। डाॅक्टरों से एपांइटमेंट और चेकअप का काम भी इसी प्रक्रिया से होगा। वन नेशन-वन राशन कार्ड की व्यवस्था से देश में कहीं भी जाने पर व्यक्ति राशन ले सकेगा।
5 लाख हितग्राहियों को लाभ देने का टारगेट
संवाद के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगरीय प्रशासन विभाग को योजना में पांच लाख हितग्राहियों को लाभांवित करने का टारगेट दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिर्फ तीन सप्ताह में 8.70 लाख रजिस्ट्रेशन किए गए। बैंकों में 2.55 लाख आवेदन पेश हो गए हैं, जिनमें से 1.56 लाख आवेदनों में राशि मंजूरी हो गई है।
सांवेर के छगनलाल...प्लास्टिक की जगह मटका रखो
सांवेर के छगनलाल वर्मा और पत्नी श्यामा से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री की नजर कुर्सी के नीचे रखी पानी की बोतल पर पड़ी। उन्होंने टोकते हुए कहा कि आप प्लास्टिक की जगह पानी का मटका रखाे। प्लास्टिक का उपयोग अच्छा नहीं है। पीएम के पूछने पर छगनलाल ने बताया कि झाड़ू बनाने में खजूर की पत्ती, प्लास्टिक के पाइप, लोहे के तार, नायलोन की रस्सी लगती है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आप ग्राहक से पुरानी झाड़ू का पाइप ले सकते हैं। पाइप उपयोग कर झाड़ू बनाने से लागत कम आएगी और रिसाइकलिंग से आमदनी भी बढ़ेगी।
सांची के डालचंद...आपका आत्मविश्वास प्रशंसनीय
सांची में जैविक सब्जियां बेचने वाले डालचंद कुशवाह से चर्चा में उन्होंने छोटी सी दुकान पर क्यूआर कोड के इस्तेमाल की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अनेक बड़े व्यापारी भी इतने आत्मविश्वास से कारोबार नहीं कर पाते हैं।
कभी आऊंगा तो आपसे मिलूंगा
ग्वालियर में चाट का ठेला लगाने वाले शर्मा परिवार की अर्चना शर्मा के काम को माेदी ने प्रेरित करने वाला बताते हुए कहा कि कभी वहां आउंगा तो आपसे मिलूंगा।