इंदौर में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। इंदौर में पूरे कोरोनाकाल में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा बुधवार देर रात सामने आया। पहली बार एक दिन में मरीजों का आंकड़ा 300 के पार हुआ। नए संक्रमित 318 मिले हैं, जबकि पांच की मौत भी हुई है। ये संक्रमित 192 अलग-अलग क्षेत्रों से आए हैं। इनमें 15 ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पहली बार संक्रमण फैला है। सुखलिया एक बार फिर से सबसे संक्रमित क्षेत्रों की सूची में टॉप पर है। यहां 11 मरीज मिले हैं। एक बार फिर से पुलिस अधिकारी इसकी चपेट में आए हैं। सुखलिया क्षेत्र में रहने वाले टीआई सहित उनका चार लोगों का पूरा परिवार पाॅजिटिव आ गया है। सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जिले में अब तक 15764 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 438 की मौत हो चुकी है।
अरबिंदो कोविड अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती के लिए मारामारी मची है। ऑक्सीजन बेड आसानी से उपलब्ध है, लेकिन हाई डिपेंडेंस यूनिट (एचडीयू) और आईसीयू में जगह मिलने में परेशानी आ रही है। बड़े अस्पतालों में जगह के लिए वेटिंग चल ही है। अरबिंदो अस्पताल में तो आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। यहां नेता, मंत्री, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी सहित हर विभाग से फोन आ रहे हैं। बेड नहीं मिलने पर लोग विवाद कर रहे हैं। लोग अस्पताल में झगड़ा तक करने लगे हैं।
सरकारी व निजी अस्पतालों के आईसीयू में कुल 536 बेड हैं, जिनमें से 164 खाली हैं। इनमें ज्यादातर सरकारी अस्पतालों के ही बेड हैं। वहीं, एचडीयू के 580 बेड हैं, जिनमें से 369 खाली हैं, लेकिन इसमें सरकारी अस्पताल की संख्या ज्यादा है। बीते दो-तीन दिन से कई अस्पतालों में बेड के लिए उहापोह मची है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग कुल सवा पांच सौ बेड की आईसीयू क्षमता को बढ़ाकर एक हजार करने की तैयारियों में जुट गया है। कोविड के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार कहते हैं कि बेड की उपलब्धता कम नहीं है, लेकिन आईसीयू बेड में परेशानी आ रही है। हमारे पास 29 अस्पताल हैं। जहां बेड खाली होते हैं, वहां उपलब्ध करवा देते हैं।