इंदौर। एमटीएच कोविड अस्पताल में 1 सितंबर से अब तक 70 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी हैं, लेकिन रिकॉर्ड पर ये कहीं दर्ज नहीं है। डॉक्टर मौत तो स्वीकार रहे हैं, लेकिन कोरोना को इनकी वजह मानने को तैयार नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक एमटीएच अस्पताल में कोरोना से मात्र 6 मौत ही सात दिनों में हुई है। सोमवार को जब एक दिन में 14 मौत का मामला सामने आया तो डॉक्टरों ने रिकाॅर्ड चेक कराया। इसी में इन 70 मौत का खुलासा हुआ। आसपास के जिलों से आए मरीजों की भी 16-17 मौत ही दर्ज है।
क्यों दर्ज नहीं हो पा रही ये मौतें
मरीजों में कोरोना की पुष्टि आरटीपीसीआर जांच में होती है। आसपास के जिलों में इसकी सुविधा ही नहीं है। मरीज को तभी रैफर किया जाता है, जब उसे सांस लेने में तकलीफ होती है। इंदौर आने और भर्ती होने में बहुत समय बर्बाद हो रहा है। उनके सैंपल तक नहीं लिए जा रहे हैं। जिन मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ जाए, उनकी मौत भी कोविड से नहीं मानी जा रही।
डॉक्टरों का कहना है कि मरने वाले 80 फीसदी मरीज नॉन-कोविड हैं। 50 प्रतिशत मरीज ऐसे थे जिनकी एक-दो दिन में ही मौत हो गई। 15 प्रतिशत अस्पताल आने के तीन से छह घंटे में ही चल बसे।