होशंगाबाद। व्यास काॅलाेनी निवासी नगरपालिका के कार्यालय सहायक (क्लर्क) विनाेद ठाकुर (45) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या का कारण अज्ञात है। हालांकि पत्नी के मुताबिक विनोद कई दिन से डिप्रेशन में थे और 21 दिनों से ऑफिस भी नहीं जा रहे थे। टीआई संजय चौकसे के मुताबिक शव करीब 5 दिन पुराना है।
मंगलवार सुबह 11 बजे कमरे से बदबू आने के बाद मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस गेट ताेड़कर कमरे में घुसी ताे विनाेद का शव छत के कुंदे पर बंधे कपड़े के फंदे से लटका था। पत्नी गीता ठाकुर और बच्चे अनिरुद्ध और प्रिंसी ठाकुर 3 सितंबर काे सिवनी मालवा में ही कुचबंदिया कॉलोनी गाेंडी माेहल्ला में मायके गए थे। विनाेद घर में अकेले थे। वे 14 अगस्त से ड्यूटी नहीं जा रहे थे। मौके से सुसाइट नाेट नहीं मिला है। कमरा सील किया गया है।
फाॅरेंसिक अधिकारी दीप्ती श्रीवास्तव ने बताया शव पूरी तरह से सड़ने के कारण पूरे कमरे में बदबू थी। घटना स्थल पर दाे स्टूल भी मिले हैं। जिससे चढ़कर विनाेद ने फांसी लगाई थी।
नरसिंहपुर के निवासी थे विनाेद: विनोद ठाकुर नरसिंहपुर जिले के करेली थाना के ग्राम जकनोर निवासी थे। वे व्यास काॅलाेनी में किराए के मकान में रहते थे। उनकी की पत्नी गीता ठाकुर शासकीय नेहरू विद्यालय में शिक्षिका हैं। दाे बच्चे अनिरुद्ध और प्रिंसी ठाकुर हैं। मायके पर जाने के बाद से उनकी विनाेद से बात नहीं हाे पाई थी।
विनोद की आत्महत्या के ये दो हो सकते हैं कारण
1 डिप्रेशन : विनोद ठाकुर 14 अगस्त से ड्यूटी नहीं जा रहे थे। ड्यूटी पर नहीं पहुंचने पर 2 बार नोटिस भी पहुंचाया गया। जिसका विनाेद ने कोई जबाव नहीं दिया। सीएमओ यशवंत राठौर ने बताया विनाेद नोटिस लेकर पहुंचे कर्मचारियों को देखकर चिल्लाकर भगा देते थे।
2 गाेशाला विवाद : सूत्रों के मुताबिक विनाेद नपा द्वारा अटल खेल प्रसाल के पास संचालित गाेशाला की व्यवस्था देखते थे। वहीं पर उनका विवाद हुआ था। इसके बाद वे घर में किसी से बात नहीं कर रहे थे। गुमशुम रहते थे। उसके बाद से ऑफिस भी नहीं जा रहे थे।