ग्वालियर से भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश सिकरवार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। भोपाल में मंगलवार को पीसीसी दफ्तर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। सतीश सिकरवार के साथ ग्वालियर के दो पार्षद और 150 से ज्यादा कार्यकर्ता भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। उपचुनाव से पहले इसे ग्वालियर में भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कांग्रेस में आने पर सतीश सिकरवार ने कहा कि वह भाजपा में रहकर सामंतवादी ताकतों के खिलाफ लड़ते रहे थे। अब ये लड़ाई कांग्रेस के साथ जारी रहेगी। ये लड़ाई सिंधिया के खिलाफ है और हम लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में कांग्रेस का दबदबा बढ़ रहा है और इस बार पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें जीतकर आएंगे।
सतीश सिकरवार ने ग्वालियर पूर्व सीट से 2018 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल से हार गए थे। गोयल अब भाजपा के साथ हैं।
सिकरवार ने सच्चाई को पहचाना: कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रजातंत्र को खरीदा गया है। भाजपा ने सत्ता के सौदागरों के साथ बोली लगाकर इसे खरीदा है। उन्होंने सिकरवार से कहा कि आपने सच्चाई को पहचाना है और सच का साथ देने का निर्णय लिया है। यह प्रदेश और लोकतंत्र के हित में बड़ा निर्णय है।
'अब कांग्रेस में कोई महल नहीं'
कमलनाथ ने कहा कि अब कांग्रेस में महलों का दखल खत्म हो गया है। अब कांग्रेस में कोई महल नहीं है। आप सभी लोग आज कमलनाथ के घर में आए हैं। आज आप कांग्रेस पार्टी के परिवार से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश देवी-देवताओं, विभिन्न संस्कृतियों का देश है। यहां जोड़ने की बात होती है, तोड़ने की नहीं।
'जनता सच्चाई का साथ जरूर देगी'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में रोज शामिल हो रहे हैं। आज जनता तो छोडि़ए भाजपा के कार्यकर्ता ही उनसे दुखी हैं। हमारी सर्वे रिपोर्ट बहुत अच्छी है, हमें कोई चिंता नहीं है, सभी सभी सीटें जीतेंगे। कमलनाथ ने आगे कहा कि विश्वास है कि प्रदेश की जनता भले कमलनाथ का साथ न दे, कांग्रेस का साथ न दे, लेकिन सच्चाई का साथ जरूर देगी।
भोपाल में पीसीसी दफ्तर में कांग्रेस में शामिल हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश सिकरवार।
2018 में मुन्नालाल गोयल के खिलाफ लड़ा था चुनाव
सतीश सिकरवार ने 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़ा था। वह चुनाव हार गए थे। अब उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनका कांग्रेस से टिकट पक्का माना जा रहा है। सिंधिया गुट के विधायक मुन्नालाल गोयल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
नरोत्तम मिश्रा बोले- इससे भाजपा को कोई झटका नहीं लगा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सतीश सिकरवार के कांग्रेस का दामन थामने पर कहा कि भाजपा को इससे कोई झटका नहीं लगा। सरकार के खाली खजाने और घोषणाओं पर उन्होंने कहा कि मन चाहिए कुछ कर गुजरने के लिए, भाषण नहीं। संसाधन तो सभी जुट जाएंगे, संकल्प का धन चाहिए।