श्योपुर। अटल प्रोग्रेस-वे में जमीन के बदले चार गुना मुआवजे की मांग लेकर किसानाें ने सोमवार को कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। यहां पर किसानाें के संग पहुंचे कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल से ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम पहुंचे। लेकिन किसानाें ने एसडीएम रुपेश उपाध्याय को ज्ञापन देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव ही आएं। इसके आधा घंटे तक उन्होंने कलेक्टर के आने का इंतजार किया और जब कलेक्टर नहीं आए तो किसानों ने धरना देते हुए कलेक्टोरेट परिसर में ही अर्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच कांग्रेस विधायक जंडेल ने प्रदर्शन करते हुए शीर्षासन लगा दिया।
सोमवार को अटल प्रोग्रेस-वे किसान संघर्ष समिति के बैनरतले करीब एक सैकड़ा से अधिक किसानों ने करीब 2 घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बीच अर्धनग्न हालत में विरोध स्वरुप कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने शीर्षासन भी किया और भाजपा सरकार व प्रशासन को जमकर आड़े हाथों लिया। यहां कलेक्टर के न आने से नाराज होकर किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के 1 घंटे बाद जब कलेक्टर आए तो उनके खिलाफ हो रही नारेबाजी से नाराज हो गए और फिर वह वापस लौट गए। इसके बाद उन्होंने किसानों का ज्ञापन ही नहीं लिया।
कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए तो परिसर में ही ज्ञापन चस्पा कर लौटे किसान
जब कलेक्टर किसानों का ज्ञापन लेने नही आए तो प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब दो घंटे के इस प्रदर्शन में एसडीएम, एएसपी व एडीएम ने किसानों का ज्ञापन देने के लिए मनाने के प्रयास भी किए। लेकिन किसान नही मानें और कलेक्टर को बीच में आकर ज्ञापन लेने की मांग करने लगे। इसके बाद किसानों ने कलेक्टोरेट परिसर में ही ज्ञापन पढ़ा और इसके बाद उसे दीवार चस्पा कर दिया। विरोध के बीच पुलिस फोर्स को भी बुलाया गया, लेकिन जब तक फोर्स आया तब तक प्रदर्शन ही खत्म हो चुका था।
विधायक के साथ कलेक्टोरेट परिसर में अर्धनग्न प्रदर्शन करते किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी व किसान।
मांग पूरी न होने पर सात दिन बाद सड़कों पर आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन में ही किसानों ने कहा कि जो जमीनें सरकार उन्हें देने जा रही है। उन पर पहले से ही कब्जा है। यहां विकास ही बात नही हो रही है बल्कि, किसानों के विनाश की बात की जा रही है। क्योंकि कब्जे वाली जमीनों पर किसानों को एक-दूसरे के खिलाफ ही लड़ना पड़ेगा। यहां किसान ऐसा बिल्कुल नही कर सकते है। बेहतर है कि उन्हें गाइडलाइन के अनुसार जमीन के बदले चार गुना मुआवजा दिया जाए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अगर सात दिन के भीतर किसानों की मांग पूरी नही होती है तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
प्रदर्शन से पहले बीएसपी ने भी जमीन के बदले मुआवजे की मांग के लिए सौंपा ज्ञापन
किसानों के प्रदर्शन के करीब एक घंटे पहले बीएसपी के बैनरतले कार्यकर्ताओं ने अटल प्रोग्रेस-वे में जा रही किसानों की जमीन को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसमें बीएसपी ने मांग की कि किसानों को जमीन के बदले जमीन न देकर उन्हें चार गुना मुआवजा दिया जाए।
विधायक जंडेल ने सिंधिया और शिवराज के खिलाफ भी की टिप्पणी
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायक जंडेल ने रंगा-बिल्ला मुर्दाबाद जैसे नारे लगाए। इसमें उन्होंने कहा कि वह रंगा-बिल्ला सिंधिया और शिवराज को कह रहे हैं जो किसान विरोधी हैं। यहां किसान सड़क पर बैठा है और इन्हें उनकी कोई चिंता ही नहीं है। मुख्यमंत्री को कंस तक कहा गया। उन्होंने कहा कि वह किसानों की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेंगे और उन्हें उनका हक दिलाकर रहेंगे। किसानों ने भी उनकी आवाज में आवाज मिलाई और सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।