शिवसेना नेता रमेश साहू की हत्या करने वाले अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। शिवसैनिक लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सोमवार को शिवसैनिकों ने राजबाड़ा पर शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अर्थी निकालने की कोशिश की। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए रोक दिया। इस दौरान दोनों ओर से खींचतान हुई। शिवसैनिकों का कहना है कि जब तक हत्यारोपी गिरफ्त में नहीं आ जाते, इस तरह के प्रदर्शन जारी रहेंगे।
शिवसैनिकों ने पुलिस-सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शिवसेना नेता प्रमुख पंडित महेश कुमार ने कहा कि शिवसेना मप्र प्रमुख की हत्या कर दी गई थी। हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर हमने एसपी से बात की तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि शाम तक खुलासा कर देंगे। इसके बाद हमने राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार को हम राज्य सरकार के निकम्मेपन को लेकर उनकी अर्थी निकालने वाले थे। प्रदेशभर में हिंदू नेताओं की हत्याएं हो रही हैं, लेकिन राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है। हम विरोध स्वरूप अर्थी निकाल रहे थे। जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाएंगे, हर रोज विरोध स्वरूप प्रदर्शन होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में नया नियम आ गया है। कांग्रेस-भाजपा चुनावी क्षेत्र में सैकड़ों लोगों के साथ सभाएं कर रही हैं। अन्य पार्टियों को कुछ लोगों के साथ भी अपनी बात कहने का हक नहीं है।
शिवसैनिकों ने हत्यारों के जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
सीएसपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि इन्होंने धरना नहीं दिया है। पिछले दिनों शिवसेना के वरिष्ठ नेता रमेश साहू की हत्या हो गई थी। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ये अर्थी लेकर प्रदर्शन करने वाले थे। पुलिस द्वारा अर्थी छुड़ाकर इनके प्रदर्शन को असफल कर दिया गया है।
शिवसेना नेता रमेश साहू।- फाइल फोटो
यह है मामला
तेजाजी नगर क्षेत्र में 1 अगस्त की रात करीब डेढ़ बजे तीन बदमाशों ने शिवसेना नेता और ढाबा संचालक रमेश साहू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वे उमरीखेड़ा में ऊं सांई राम ढाबा और रेस्टोरेंट चलाते थे। यहीं पर परिवार के साथ रहते थे। बदमाश हत्या के इरादे से ही ढाबे के बाउंड्रीवाल की दीवार फांदकर भीतर घुसे थे। परिजन ने हत्या के पीछे लूट की बात कही थी, लेकिन पुलिस की अब तक की जांच में मामला प्रॉपर्टी से जुड़ा होना होना बताया गया।