धार्मिक स्थल और पर्यटन काे छोड़कर इंदाैर अब पूरी तरह से अनलाॅक हाे गया है। ऐसे में अब धार्मिक स्थलों को भी खोले जाने की मांग उठने लगी है। इसे लेकर आपदा प्रबंधन समिति के कई सदस्यों ने भी जल्द नियम बनाने की बात कही है। हालांकि पर्यटन स्थलों को खोले जाने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने अभी तक किसी भी योजना पर काम करना शुरू नहीं किया है, लेकिन धार्मिक स्थलों को लेकर जरूर जिला प्रशासन नियम बना रहा है। इस बीच, कोरोना कॉल में पहली बार अनलॉक हुए 56 दुकान में रात में बड़ी संख्या में खाने के शौकीन पहुंचे और जमकर व्यंजनों का आनंद उठया।
व्यापारी के साथ ही इंदौरियों को लंबे समय से इस दिन का इंतजार था।
भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने बताया कि पूरा इंदौर अनलॉक हो गया है। ऐसे में अब हम चाह रहे हैं कि धीरे-धीरे धार्मिक स्थलों को भी खोला जाना चाहिए। कोरोना हमारे बीच ही है ऐसे में हमें अपने जीवन जीने की शैली को बदलना पड़ेगा। हाथों को सैनिटाइज, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। होटल और रेस्टोरेंट को शुरू करना एक आवश्यकता थी, क्योंकि यह इंडस्ट्री लगातार घटे में जा रही थी। इंदौर अपनी गति में लौटे इसे ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं।
भाजपा नगर अध्यक्ष बोले- धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए नियम पर काम हो रहा है।
क्राउड देखकर लग रहा बाजार अभी जिंदा है
56 दुकान व्यापारी संघ अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने कहा कि 19 मार्च के बाद यह पहला संडे है, जिसमें हम रात को व्यापार कर रहे हैं। यहां एक अलग सा माहौल बना है। लॉकडाउन को इस प्रकार से हटाना था, जिससे लोगों का आत्मविश्वास बढ़े। इस बाजार में आने के बाद लोगों में आत्मविश्वास बढ़ रहा है। हम यही कोशिश कर रहे हैं कि ग्राहम मास्क जरूर लगाए। उन्होंने कहा कि पांच महीने तो सन्नाटा पसरा रहा। यह पहला संडे है, जब इतना क्राउड आया है। इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि बाजार जिंदा है।
परिवार के साथ 56 दुकान पहुंचे लोग।
वहीं, छप्पन दुकान पहुंचे अनिल व्यास का कहना था कि काफी अच्छा लग रहा है। इंदौरियों को लंबे समय से इसका इंतजार था। बस यही कहूंगा कि सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर हमें ध्यान देना होगा। रविवार को एंजॉय के हिसाब से यह अच्छा निर्णय है।
लंबे समय बाद अच्छी ग्राहकी से व्यापारी खुश।