सोशल मीडिया के जरिए अपराध को बढ़ावा देने और रेट तय कर अपराध करने वाले हिस्ट्रीशीटर दुर्लभ कश्यप की देर रात हत्या कर दी गई। उज्जैन के हमालवाड़ी क्षेत्र में गैंगवार के बाद दुर्लभ गैंग के सरगना को चाकू से गोद दिया गया। वहीं, दूसरे पक्ष के बदमाश शाहनवाज को गोली लगी है, जिसकी हालात नाजुक हाेने पर रात में इंदौर रैफर कर दिया गया। पुलिस की मानें तो दुर्लभ पर हत्या का प्रयास, लूट, चोरी समेत कई केस दर्ज हैं। कई बार जेल भी जा चुका था। वह कम उम्र के लड़कों को अपनी गैंग में शामिल करके वारदात को अंजाम देता था।
हिस्ट्रीशीटर दुर्लभ कश्यप। यह अपनी गैंग में कम उम्र के लड़कों को शामिल करता था।
एएसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में हमालवाड़ी स्थित चाय की दुकान के सामने की घटना है। करीब डेढ़ बजे दुर्लभ कश्यप अपने दोस्तों के साथ वहां पहुंचा था। यहां पर शहनवाज, उसका भाई और उसके कुछ साथी भी पहुंचे। किसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दुर्लभ ने शहनवाज पर फायर किया, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद शहनवाज के साथियों ने दुर्लभ को चाकू से गोद दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में शहनवाज को अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। मामले में कुछ आरोपी और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। दुर्लभ पर करीब 8 से 9 गंभीर अपराध दर्ज थे। वहीं, शहनवाज, उसके भाई और साथियों पर भी कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।
यह कश्यप का सोशल मीडिया अकाउंट बताया जा रहा है। इसमें बायो पर वह अपराध के लिए संपर्क करने के लिए कह रहा है।
ऐसे आया था चर्चा में
अक्टूबर 2018 में दुर्लभ कश्यप ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर दहशतगर्दी फैलाने की कोशिश की थी। उसी समय इस गैंग के 23 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जो कि नई उम्र के थे। इनमें कुछ नाबालिग भी थे। इन पर गुंडागर्दी, मारपीट, लोगों को डराने के मामले में केस दर्ज किया गया था। जेल भी भेजा गया था।