शिवपुरी। यदि आप जानना चाहते हैं कि शिवपुरी में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता क्यों जा रहा है और क्यों शिवपुरी महामारी के मामले में मध्य प्रदेश के सबसे संवेदनशील जिलों में शामिल हैं तो इसका जवाब जिला चिकित्सालय में मिलेगा। यहां एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को डॉक्टर ने पर्चे पर दवा लेकर मेडिकल स्टोर भेज दिया। जब वह भर्ती होने के लिए कोविड-19 वार्ड में पहुंचा तो उसे यह कहकर भगा दिया कि केवल पॉजिटिव रिपोर्ट से कुछ नहीं होता भर्ती के लिए पर्चा बनवा कर लाओ। भर्ती वाले बाबू बोला होम आइसोलेशन लिख देते हैं, घर चले जाओ। कुल मिलाकर ढाई घंटे तक संक्रमित व्यक्ति अस्पताल परिसर में घूमता रहा। निश्चित रूप से उसके कारण दर्जनों लोग वायरस का शिकार हुए होंगे।
कोविड-19 जांच रिपोर्ट पर अस्पताल वालों ने पेन से लिख दिया 'पॉजिटिव'
सिद्धेश्वर कॉलोनी शिवपुरी में रहने वाले भास्कर सोनी उम्र 38 साल पुत्र श्रीकिशन सोनी को हल्का बुखार, गले में खराश व खांसी की शिकायत होने पर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां रेपिड किट से टेस्ट कराया तो रिपोर्ट कोविड -19 पॉजिटिव आई। टेस्ट करने वाले कर्मचारी ने पेन से पॉजिटिव रिपोर्ट लिखकर पर्चा थमा दिया और कहा कि ओपीडी में डॉक्टर बैठे हैं, उनसे जाकर मिलो।
डॉक्टर ने उसी पर्चे की नीचे वाली पर्ची पर दवा लिख दी और पर्ची फाड़कर कहा कि मेडिकल स्टोर पर जाकर दवा ले लो। कोरोना पॉजीटिव मरीज मेडिकल स्टोर पर गया और दवा भी ले ली। भास्कर को समझ में नही आ रहा था कि मेरे साथ क्या हो रहा हैं कि एक कोरोना पॉजीटिव मरीज को कैसे यहां-वहां भेजा जा रहा है। करीब ढाई घंटे परेशान होने के बाद भास्कर सोनी खुद आईशोलेशन वार्ड में पहुंच गया लेकिन यहां मौजूद कर्मचारी ने भी उसे भगा दिया। कहा पहले भर्ती का पर्चा बनवाकर लाओ।
भास्कर से कहा गया आपके लिए होम आइसोलेशन लिख देते हैं
भास्कर सोनी जब भर्ती का पर्चा बनवाने गया तो उससे कहा गया कि आपके लिए हम आइसोलेशन लिख देते हैं। भास्कर ने कहा कि घर पर छोटे बच्चे हैं, उनको परेशान हो सकती है। इसलिए भास्कर ने अस्पताल में भर्ती होने की जिद की। भर्ती होने से पहले तक भास्कर ढाई घंटे तक परिसर में ही घूमता रहा।