ग्वालियर। लालच इंसान को कितना अंधा बना देता है समय ने एक बार फिर यही संदेश दिया है। सोना-चांदी, हीरे और जवाहरात में असली नकली का फर्क पहचान लेने वाले सर्राफा व्यापारी इंसान पहचानने में गलती कर गए और 1.50 करोड रुपए की ठगी का शिकार हो गए। अब पुलिस से मदद मांग रहे हैं। मुरार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का सेंटर खुलवा दिया
टीआई मुरार अजय पवार ने बताया कि मुरार थाना क्षेत्र के निराला नगर निवासी विनोद कुमार सोनी पुत्र हरि प्रकाश सोनी पेशे से सराफा कारोबारी है और उनका सोने के जेवर बनाने का काम है। कुछ समय पूर्व उनकी मुलाकात यतेन्द्र श्रीवास्तव से हुई और यतेन्द्र ने उन्हें एनजीओ संचालक बताया। इसके बाद उन्होंने उनकी मुलाकात मैहदी हसन से मिलाया और बताया कि वह अमन ग्रुप ऑफ इंडिया का निर्देशक है और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के प्रोजेक्ट को आवंटित करता है और फंड दिलवाता है।
फ्रॉड आंखों के सामने था लेकिन पकड़ नहीं पाए
इसके बाद यतेन्द्र श्रीवास्तव व मेहंदी हसन ने उसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में काम दिलाने के नाम पर ऑफिस बनवाया और यहां पर छात्रों को निशुल्क शिक्षा देना शुरू कराया। इसके साथ ही वह फर्जी आईडी बनाकर मेल भेजता रहा, जिससे वह समझ नहीं पाए और उनसे यतेन्द्र व मेहंदी हसन ने अलग-अलग खातों में कुल 1 करोड़, 48 लाख, 90 हजार 340 रुपए जमा करा लिए। जिसमें से दस लाख रुपए यतेन्द्र के खाते में जमा कराए थे।
लालच में इतने अंधे हुए कि बाजार से ब्याज पर कर्ज लेकर ठगों को दिए
ठगी का शिकार पीडि़त ने बताया कि आरोपियों को देने के लिए उसने मार्केट से पैसा उधार उठाकर दिया था। जब वह काफी कर्जे में पहुंच गया तो उसने पैसे वापस मांगे तो पता चला कि आरोपियों ने फर्जी मेल भेजकर उसे चूना लगाया है। इसका पता चलते ही वह थाने पहुंचा और मामला दर्ज कराया।