धार। मध्य प्रदेश के धार में लिफ्ट में फंसकर एक शख्स की मौत हो गई। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह शख्स चोरी करने के इरादे से पवनचक्की पर चढ़ा था लेकिन किसी हादसे की वजह से लिफ्ट में फंस गया। यह शख्स 12 घंटों तक लिफ्ट में फंसा रहा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
ये मामला मध्य प्रदेश के धार जिले का है। शुरुआत में गांववालों को लगा कि लिफ्ट से शायद दो लोगों के चिल्लाने की आवाज आ रही है लेकिन पुलिस को उस जगह से सिर्फ एक ही शख्स का शव मिला, जो 40 वर्षीय मनोहर दामोर का था। धार के एसपी आदित्य सिंह का कहना है कि मनोहर ने पवनचक्की पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों का सहारा लिया होगा लेकिन संतुलन बिगड़ने के बाद वह लिफ्ट में अटक गया होगा।
पुलिस ने बताया कि इस बात की संभावना है कि मनोहर की मौत बिजली के झटकों की वजह से हुई है। पुलिस ने कहा कि इस मामले में मौत का कारण शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा। पुलिस ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि यह शख्स चोरी के इरादे से पवनचक्की पर चढ़ा होगा लेकिन उसके साथ यह हादसा हो गया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में और जांच की जा रही है।
मनोहर उज्जैन के बादनगर का रहने वाला है, लेकिन पिछले दस सालों से वो अपने ससुराल वालों के साथ धार में रह रहा था। कनवान गांव के पुलिस इंचार्ज के एस गहलोत का कहना है कि मनोहर के परिवार वालों ने दावा किया था कि मनोहर मानसिक रूप से बीमार था और एक हफ्ते पहले उसे इंदौर लाया गया था।
पुलिस के अनुसार परिवार वालों का कहना है कि मनोहर बुधवार की दोपहर घर से चला गया और वापस नहीं लौटा। गुरुवार को एक गांव निवासी ने पवनचक्की से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी और पुलिस को इसकी सूचना दे दी। गहलोत ने बताया कि हमें सूचना मिली कि पवनचक्की की लिफ्ट में एक शख्स फंस गया है, हम वहां पहुंचे और राहत बचाव टीम को अलर्ट कर दिया। पुलिस ने बताया कि तब तक शख्स की मौत हो चुकी थी।पुलिस ने बताया कि मनोहर को बाहर निकालने में दो घंटे का समय लगा। हालांकि गांव वालों ने उस पवनचक्की से दो लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनी थी लेकिन वहां से सिर्फ मनोहर का ही शव बाहर निकला।