रतलाम। संयुक्त संघर्ष मोर्चा मध्य प्रदेश मंडी बोर्ड भोपाल द्वारा मंडी अधिनियम 1972 को बचाने एवं वेतन-पेंशन की मांग को लेकर गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी गई है। इस दौरान मॉडल एक अध्यादेश के अनुक्रम मैं मोर्चे द्वारा प्रस्तुत की गई मांगों का निराकरण ना होने की स्थिति में रतलाम जिले की कृषि मंडी परिसर में भी प्रदर्शन किया गया।
जानकारी के अनुसार हड़ताल के दौरान मोर्चे के पदाधिकारियों का दावा है कि हड़ताल में मध्य प्रदेश के 9 हजार से अधिक मंडी अधिकारी-कर्मचारी, हम्माल-तुलावटी, व्यापारी व किसान शामिल हैं। इससे मंडियां अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गई है।
प्रदर्शन में मंडी के सचिव एम.एल बारसे समेत मंडी-बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए हैं। हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर सभी नारेबाजी कर रहे हैं। हड़ताल में रतलाम की कृषि मंडी के 25 से अधिक कर्मचारी भी शामिल हुए हैं। इस दौरान मंडी में अनिश्चितकालीन तुलावटी कार्य बंद किया गया है।