इंदौर। तेजाजी नगर क्षेत्र में मंगलवार देर रात बदमाशों ने शिवसेना के पूर्व प्रदेश प्रमुख और ढाबा संचालक रमेश साहू की गोली मारकर हत्या कर दी। वे यहां उमरीखेड़ा में ऊं सांई राम ढाबा और रेस्टोरेंट चलाते थे। यहीं पर परिवार के साथ रहते थे। परिजन हत्या के पीछे लूट की बात कह रहे हैं। हत्या की जानकारी मिलते ही सीएसपी, एएसपी समेत आला अधिकारी सुबह मौके पर पहुंचे और जांच की। पुलिस रंजिश और लूट की आशंका के आधार पर जांच कर रही है।
रमेश साहू शिवसेना में मप्र प्रमुख रह चुके हैं।
पुलिस के अनुसार, रमेश (62 साल) पिता हीरालाल साहू हैं। उनका निवास शहर में भी है, लेकिन वे बेटी और पत्नी के साथ ढाबे पर ही रहते थे। घटना रात डेढ़ से दो बजे के बीच की है। एंबुलेंस 108 को वारदात के बारे में सूचना मिली थी। नौकरों की मदद से साहू को अस्पताल लाया गया। बदमाशों ने साहू पर पीछे से हमला कर घायल किया और गोली मारी थी। पत्नी और बेटी के साथ भी मारपीट की गई। वारदात के बाद बदमाश भाग गए, जिसके बाद पत्नी ने पास में सो रहे नौकरों को जानकारी दी। शुरुआती जानकारी के अनुसार, ज्वैलरी वगैरह तो घर पर ही पड़ी है। साहू पर सदर बाजार के साथ तेजाजी नगर में केस दर्ज हैं। 2015 में इन्होंने कुछ लोगों से मारपीट की थी। ढाबे पर सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं थे। देहात होने से दूर-दूर तक सीसीटीवी नहीं लगे।
सूचना के बाद सीएसपी और एएसपी मौके पर पहुंचे।
पत्नी गीता ने पुलिस को बताया कि रात करीब 1 बजे मैं, पति रमेश और बेटी जया सो रहे थे। देर रात कुछ आवाज आई, जिससे मेरी नींद खुली। मैंने दरवाजा खोला तो दुबले-पतले सांवले कलर के तीन युवक दरवाजे के पास खड़े थे। उनकी उम्र 20 से 25 साल रही होगी। उनके हाथ में पिस्टल, डंडा और धारदार हथियार थे। मेरे दरवाजा खोलते ही वे धमकाते हुए मेरी ओर बढ़े और मेरे गले से साेने की चेन खींच ली। उन्होंने धमकाया कि चीखी तो जाने से मार देंगे। इसके बाद वे कमरे में घुसे। मैंने विराेध किया ताे मुझे और मेरी बेटी काे डंडे से पीटा। वे कह रहे थे कि तुम्हारे पास जाे भी रुपए पैसे, जेवर या अन्य कीमती सामान हाे, जल्दी से दे दाे। इसके बाद मैंने जाे पहन रखा था, उन्हाेंने कान के टाॅप्स, चार सोने की चूड़ियां और दो अंगूठी उतार ली। उन्होंने बताया कि एक युवक हमारे पास ही खड़ा था, जबकि अन्य बदमाश आलमारी की ओर बढ़े। यहां पर उन्हाेंने ताला ताेड़ते हुए अलमारी और ड्रॉज का सामान अस्त-व्यस्त कर दिया।
ढाबे के बाहर पुलिस को तैनात कर दिया गया।
यहां कुछ नहीं मिला तो वे कट्टा लेकर मेरे पति की ओर बढ़े। कुछ देर बाद गाेली चलने की आवाज आई। गोली मेरे पति रमेश साहू को लगी थी। गोली उनके गले के पास लगी थी। वे लहूलुहान जमीन पर पड़े थे। आरोपी इसके बाद मौके से भाग निकले। इसके बाद मैं दौड़कर ड्राइवर जितेन्द्र और राजेश के पास पहुंची, उन्हें पूरी घटना बताई। इसके बाद उन्होंने 108 को सूचना दी। एम्बुलेंस से हम पति को एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गीता ने बताया कि उनके यहां से और क्या सामान चोरी हुआ है वे देखकर ही बता पाएंगी।
एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन बचा नहीं पाए।
इसी जगह पर बदमाशों ने साहू को गोली मारी।
साहू परिवार के साथ शहर में ना रहते हुए ढाबे पर ही रह रहे थे।