कोरोना वायरस के चलते सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा जा रहा है लेकिन झारखंड में एक दुकानदार को एक व्यक्ति को ऐसा कहना इतना भारी पड़ा कि उसी अपनी जान गंवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि पलामू जिले में कोरोना संक्रमित एक शख्स के घर से निकलने पर 50 साल के एक दुकानदार के साथ विवाद हो गया। इसके बाद उस शख्स ने दुकानदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
यह घटना मंगलवार की शाम हुई इस घटना में दो अन्य घायल हो गए, जिन्हें पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद देश में शायद यह पहला मामला है जब सोशल डिस्टेंसिंग के विवाद में किसी की जान गई है।
पलामू के एसपी अजय लिंडा ने बुधवार को बताया कि हैदराबाद और बेंगलुरु से रविवार को अपने गांव चक-उदयपुर लौटे चार मजदूरों -राजन साव, आशीष साव, छोटू साव व विक्की साव की प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच पाटन प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में की गई थी। उन्हें 14 दिन तक अपने घर में क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया था। लेकिन वे मंगलवार की शाम गांव में घूमते हुए काशी साव की दुकान पर पहुंच गए। काशी ने उन्हें कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए गांव में घूमने से मना किया।
लॉकडाउन के दौरान घंटी बजाकर घरों में सिलेंडर पहुंचाएगा डिलिवरी ब्वॉय
इस पर चारो भड़क गए और मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में काशी साव बुरी तरह घायल हो गए, जिन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान बुधवार की सुबह उनकी मौत हो गई। मारपीट में घायल काशी के बेटे राकेश को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसपी ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है।