इंदौर। कोरोनाकाल में प्रतिबंध के बाद खजराना के बड़ला इलाके में ताजिए निकालने का मामला गरमा गया है। इसे लेकर पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। गौड ने लिखा है कि रविवार की घटना को संयोग नहीं, बल्कि भय फैलाने की साजिश थी। इंदौर में इस प्रकार की घटना होने पूरे शहर के लिए खतरनाक है। इससे यह बात पता चलती है कि यहां का इंटेलीजेंस पूरी तरह से फेल है। इस प्रकार की घटना के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोग भी दोषी हैं। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पूर्व महापौर मालिनी गौड़ घटना से नाराज हैं।
यह है मामला
कोरोनाकाल में प्रतिबंध के बाद भी शहर में ताजिए निकालने की घटना सामने आई है। इंदौर में खजराना के बड़ला इलाके में बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए लोग पांच ताजिए लेकर मैदान में आ गए, जिसके बाद वहां सोशल डिस्टेंसिंग टूट गई। सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाकर ताजिए वापस रखवाए। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार घटना रविवार दोपहर को बड़ला में हुई है। चार दिन से लगातार समुदाय के लोगों को समझाया जा रहा था कि कोविड काल में कोई भी भीड़ इकट्ठी नहीं होने देना है। ताजिए अपने स्थान पर रखे रहेंगे। उन्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा।
पुलिस व्यवस्था संभालने की कोशिश करती रही, लेकिन बड़ी तादाद में लोग आ गए थे।
लोगों ने पुलिस की बात मानी, लेकिन बड़ला में अचानक भीड़ सामने आ गई। यहां लोगों ने पुलिस की सारी व्यवस्थाओं को धत्ता बताते हुए ताजिए निकाल दिए। वे बड़ी संख्या में बाहर आए। ताजिए मैदान में भी घुमाए। युवक नारेबाजी करते रहे। इस दौरान पुलिस ने व्यवस्था संभालने की कोशिश की, लेकिन जब भीड़ सामने आ गई तो उन्हें संभालना मुश्किल था। बाद में एसडीएम, एएसपी औऱ सीएसपी भी वहां पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाया। फिर व्यवस्था बनाई। इस पूरे घटनाक्रम में अफसरों ने टीआई संतोष सिंह यादव को जिम्मेदार मानते हुए लाइन अटैच किया है। उधर, पुलिस ने पांच ताजिए लेकर आने वाले लोगों के खिलाफ उल्लंघन का केस दर्ज किया है। अब वीडियो देखकर उनके नाम दर्ज किए जाएंगे।
पुलिस अफसरों ने घटना के बाद सख्ती दिखाते हुए टीआई को लाइन अटैच कर दिया।
उस्मान पटेल सहित अन्य पर केस दर्ज
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार पूरे शहर में हमने सख्त कार्रवाई की है। व्यवस्थाएं चाक चौबंद थी। हालांकि राजीव नगर बड़ला में व्यवस्था बिगड़ी तो वहां टीआई औऱ आयजकों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार इसमें 4 एफआईआर हुई। सभी पर भादवी की धारा 188, 269 और 270 के तहत केस दर्ज हुआ है। इसमें कुछ नामजद लोग हैं जिसमें उस्मान पटेल का नाम भी शामिल है। बाकी की पहचान फोटो और वीडियो देखकर होगी। वीडियो के लिहाज से इसमें 100 से ज्यादा लोग होंगे।
महापौर द्वारा लिखा गया लेटर।
महापौर द्वारा लिखा गया लेटर।