इंदौर। पलासिया थाने में दर्ज प्यारे मियां के खिलाफ तीन केस की जांच शुरू हो चुकी है। दो दिन तक मुख्यमंत्री दौरे के कारण यह जांच शुरू नहीं हो पाई थी। अफसरों का कहना है कि प्यारे मियां के खिलाफ केस दर्ज कराने वाली नाबालिग लड़कियों से फिर से बयान लिए जाएंगे। अभी वे भोपाल में हैं, इसलिए परमिशन मांगी गई है। उनसे बात की जाएगी कि प्यारे मियां उन्हें इंदौर में कहां-कहां ले गया था। उधर, प्यारे मियां की इंदौर में मौजूद और भी संपत्ति की जांच की जाएगी। पता चला है कि प्यारे मियां ने शहर के कई लोगों के साथ पार्टनरशिप में प्रॉपर्टी भी खरीदी थी। कई जगहों पर निवेश भी किया था। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। उसके बाद कार्रवाई भी की जाएगी।
संयोगितागंज सीएसपी पूर्ति तिवारी के अनुसार प्यारे मियां केस की जांच अब शुरू हो चुकी है। उसके लिए एक टीम बना दी गई है। प्रारंभिक तौर पर सबसे पहले उन नाबालिगों को इंदौर लाया जाएगा, जिन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। वे अभी भोपाल में सुरक्षित हैं। अफसरों से परमिशन मांगी गई है कि नाबालिगों को इंदौर भेजने की इजाजत दें। इंदौर आने के बाद उन्हें दोबारा से लालाराम नगर और अन्य अड्डों पर ले जाकर प्यारे मियां की ज्यादतियों की जानकारी ली जाएगी। रविवार और सोमवार को छुट्टी है। संभवतः 1 सितंबर को परमिशन मिल जाएगी और नाबालिगों को तभी इंदौर लाएंगे। सीएसपी का कहना है कि यहां हर छोटे से छोटे सबूत जुटाए जाएंगे, ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। नाबालिगों के बताए अनुसार ही जांच होगी। उसके बाद की कड़ी में प्यारे मियां को भी पूछताछ के लिए इंदौर लाया जा सकता है।
कई संपत्ति के रिकॉर्ड में मालिक ही नहीं
वहीं आला अफसरों का कहना है कि प्राथमिक तौर पर नाबालिगों के बयान के बाद प्यारे मियां की इंदौर की संपत्ति की जांच की जाएगी। पता चला है कि कई संपत्ति में वह रिकॉर्ड में मालिक नहीं है, लेकिन उसने भी निवेश किया है। शहर के कुछ लोगों से भी बात की जाएगी, जिनसे प्यारे के संबंध होने की जानकारी मिली है।