कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानी कि एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया को अनिश्चितकाल तक के लिए रोक दिया है. एनपीआर की प्रक्रिया कई राज्य 1 अप्रैल से शुरू करने वाले थे. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और इसके संभावित खतरों का आकलन करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा है कि अगले आदेश तक एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया स्थगित की जाती है.
कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानी कि एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया को अनिश्चितकाल तक के लिए रोक दिया है. एनपीआर की प्रक्रिया कई राज्यों में 1 अप्रैल से शुरू वाली थी. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और इसके संभावित खतरों का आकलन करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा है कि अगले आदेश तक एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया स्थगित की जाती है.
बता दें कि 2021 की जनगणना दो चरणों में पूरी की जानी थी. इसके तहत पहले चरण में अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 तक घरों की गिनती और उन्हें सूचीबद्ध करने का काम है. दूसरे चरण में 9 से 28 फरवरी 2021 तक जनसंख्या गिनती का काम प्रस्तावित है. एनपीआर को अपडेट करने का काम पहले चरण में होना है. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से फिलहाल इसे रोक दिया गया है.
कोरोना वायरस महामारी की वजह से केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर रखा है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां रोक दी गई हैं. केंद्र सरकार ने सभी मंत्रालयों को सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने को कहा है.
कोरोना का प्रसार रोकने के लिए सरकार ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा है. इस हालत में एनपीआर की प्रक्रिया मुश्किल थी. इसके ध्यान में रखते हुए सरकार ने जनगणना के पहले चरण और एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया पर अनिश्चितकाल तक के लिए रोक लगा दी है.
बता दें कि कई राज्यों ने केंद्र से अपील की थी कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल एनपीआर की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए.