सफाई कर्मचारी बोला-एक दिन में 200 घरों से उठाते हैं कचरा, कलेक्टर ने वहीं 39 वाहनों का हिसाब लगाया तो 25 फीसदी जगह से उठा रहे थे

Posted By: Himmat Jaithwar
8/28/2020

नगर पालिका के कचरा संग्राहक वाहन औसत 200 घरों से ही कचरा उठाते हैं। इस हिसाब से शहर के महज 25 फीसदी से भी कम घरों से ही रोजाना कचरा संग्रह किया जा रहा है। जबकि शहर के 39 वार्डों में 30 हजार से ज्यादा घरों की बसाहट है। जब कलेक्टर गुरुवार को शहर के वार्ड एक सहित अन्य स्थानों पर साफ-सफाई का जायजा लेने पहुंचे। इस निरीक्षण के दौरान कई जगहों पर सड़कों के किनारे लगे कचरे के ढेर देखकर कलेक्टर नाराज हो गए। कलेक्टर ने मौके पर ही नपा के अमले को शहर में व्यवस्थित साफ सफाई कराने की हिदायत दी। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा कि हाईवे, मेन रोड और वार्डों में कचरा नजर नहीं आना चाहिए। 30,000 से ज्यादा घर, एक वाहन से 200 घरों का उठा रहे कचरा: कलेक्टर ने मौके पर ही सफाई कर्मचारी से रोजाना घरों से उठाए जाने वाले कचरे की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने सफाई कर्मचारी से पूछा कि एक दिन में अपने एरिया से कितने घरों से कचरा उठाते है। इस सवाल के जवाब में सफाई कर्मचारी पहले तो ठीक से कुछ बता नहीं पाया। बाद में सफाई कर्मचारी ने कहा कि रोजाना 200 घरों से कचरा उठाया जाता है। इसके बाद कलेक्टर ने पूछा कि कुल कितने कचरा संग्राहक वाहन हैं, जिनसे कचरा उठाया जाता है। सफाई कर्मचारी ने बताया कि 39 वाहन से कचरा उठाया जाता है। कुल 39 वाहनों से रोजाना घरों का कचरा उठाए जाने का जब कलेक्टर ने हिसाब लगाया तो वे अचंभित हो गए। दरअसल शहर में करीब 30 हजार से ज्यादा घर हैं और एक कचरा संग्राहक वाहन से सिर्फ औसत 200 घरों से कचरा उठाए जाने से शहर के 25 फीसदी भी घर भी इस सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

असर ..डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में मिले कम अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण में भले ही विदिशा 196वीं रैंक से इस बार 85वीं रैंक पर आ गया है लेकिन शहर में सफाई व्यवस्था में काफी सुधार की दरकार है। इस सर्वे में कई बिंदुओं में विदिशा को कम अंक मिले हैं। इनमें डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में भी कम अंक मिले हैं। इसके अलावा सिटीजन फीडबैक के मामले में विदिशा पीछे रहा है।



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