रांची/जमशेदपुर/धनबाद. राज्य में 21 दिन के लॉकडाउन का पहला दिन लोगों का मिला-जुला व्यवहार देखने को मिला। कई जगहों पर बाजारों में राशन इकट्ठा करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी तो कुछ ऐसे भी इलाके थे, जहां लोग अनुशासित तरीके से कतारों में लगकर सामान लेते नजर आए। कुछ जगह भीड़ की वजह से हालात इतने बिगड़ने कि पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी। गुमला, धनबाद, जमशेदपुर, लोहदगा, पलामू के अलावा कई अन्य शहरों में पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। इसके बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
गुमला: बाहर घूम रहे लोगों को घर भेजा
गुमला शहर में सुबह से पुलिस की टीम गश्त करती रही। यहां बेवजह सड़कों पर घूम रहे लोगों को समझाइश देकर घर में ही रहने के लिए कहा गया। रांची-गुमला सीमा पर पुलिसबल तैनात रहा। हर में कुछ जगहों पर खाने-पीने के अलावा कुछ गैरजरूरी सामान की दुकानें भी खुली रहीं, जिसे पुलिस ने सख्ती से बंद करा दिया। शहर के देवी मंडप में चैत्र नवरात्र के दौरान कोरोनावायरस को लेकर मंदिर परिसर में बांस के जरिए निश्चित दूरी पर भक्तों के खड़े होने होने की व्यवस्था की गई। कुछ इलाकों में भीड़ उमड़ी तो पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी।
धनबाद: खाने-पीने की दुकानों पर जुटी भीड़
धनबाद के पुराना बाजार, स्टील गेट, हीरापुर, गोविंदपुर के साथ अन्य जगहों पर सुबह-सुबह सब्जी मंडियों और दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ी। लोगों को डर है कि आने वाले समय में राशन, सब्जी और अन्य जरूरी चीजों की किल्लत हो सकती है, ऐसे में लोग ज्यादा से ज्यादा चीजें इकट्ठा करने में लग गए। उधर, हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और भीड़ को समझाया कि हर सामान की बाजार में उपलब्धता रहेगी। दुकानें भी खुली रहेंगी। इसके बाद थोड़ी दूरी बनाकर एक-एक कर लोगों ने खरीददारी की।
जमशेदपुर: बाजारों में दिखा मिलाजुला असर
शहर के साकची, मानगो, बिष्टुपुर, सोनारी में सब्जी और राशन दुकानों में सुबह छह बजे से भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। अन्य बाजारों में सामान्य दिनों की तरह सुबह भीड़ रही। सड़कों पर कुछ लोग ही आवाजाही करते दिखे। कुछ स्थानों पर दुकानें बंद रही और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। मंगलवार की तरह शहर के कुछ इलाकों में मॉल खुले रहे, जहां प्रशासन की ओर से दिए गए गाइडलाइन का पालन किया गया। इन मॉल्स में सिर्फ खाद्य पदार्थों की बिक्री की गई।
रांची: 10-10 दिन के लिए सब्जियां खरीद रहे लोग
राजधानी रांची समेत कई जिलों में बुधवार सुबह छह बजे से ही शहर की फल और सब्जी मंडियों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। खरीदारी के लिए पहुंचे लोगों ने 10 दिन के लिए सब्जियां खरीद लीं। दुकानदारों ने भी मनमानी कीमत वसूली। 20 से 22 रुपए किलो बिकने वाला प्याज 30 रुपए किलो बिका तो ही आलू 18 से 25 रुपए किलो तक बिका। उधर, पुलिस-प्रशासन की डर की वजह से सुबह 9:00 बजते बजते बाजार खाली होने लगे। हर जगह पुलिस की तैनाती हो गई। इसका असर यह हुआ कि सड़कें सुनसान हो गई।