राजधानी भोपाल में रेप का एक अजीब मामला सामने आया है। एफआईआर कराने वाली महिला ही गायब हो गई है। अब पुलिस आरोपी की जगह पीड़िता की तलाश में दर-दर की ठोकर खा रही है। रिपोर्ट करने के बाद पीड़िता ने बताया था कि उसे टाइफाइड हो गया है। पुलिस के अस्पताल का नाम पूछने पर महिला ने फोन ही बंद कर दिया। पुलिस 4 दिन से उसकी तलाश कर रही है।
मामला निशातपुरा थाने का है। विवेचना अधिकारी उर्मिला यादव ने बताया कि 37 वर्षीय महिला वल्लभ भवन में प्राइवेट जॉब करती है। गत 21 अगस्त को उसने ज्यादती का मामला दर्ज कराया। महिला ने बताया कि उसने करीब 2 साल पहले ऑफिस जाने के लिए एक ऑटो लगवाया था। ऑटो ड्राइवर रमेश कुशवाहा उसे रोजाना ऑफिस ले जाता था। बातों में फंसाकर वह 6 अगस्त को अपने साथ आशियाना कॉलोनी बैरसिया रोड के यहां एक किराए के मकान में ले गया। यहां उसके साथ ज्यादती की गई। किसी को बताने पर आरोपी ने उसे धमकी भी दी थी। पहले तो चुप रही, लेकिन बाद में परेशान होकर उसने शिकायत की। एफआईआर कराने के बाद महिला घर चली गई।
फोन तक बंद कर लिया
विवेचना अधिकारी उर्मिला यादव ने बताया कि फोन पर महिला से संपर्क किया गया। उससे घटनास्थल के बारे में पूछताछ की। इस पर महिला ज्यादा कुछ नहीं बता पाई। उसे मकान भी याद नहीं रहा। किसका मकान था, यह भी वह बता नहीं पाई। पूछताछ करने पर वह बोली कि उसे टाइफाइड हो गया है। अस्पताल में भर्ती है। इतना ही नहीं अस्पताल का नाम पूछने पर पीड़िता ने फोन बंद कर लिया। इसके बाद पुलिस अब पीड़िता की तलाश में भटक रही है। बताया जाता है कि महिला बजरिया इलाके में रहती है। इससे ज्यादा पुलिस को उसके बारे में जानकारी नहीं है।