पीएनबी, ओबीसी और यूनाइटेड बैंक का विलय; लेकिन किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी

Posted By: Himmat Jaithwar
8/25/2020

पंजाब नेशनल बैंक (PNB), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) के विलय (मर्जर) के बाद किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। यह आश्वासन पीएनबी के एमडी ने दिया है। दरअसल, बैंक के कर्मचारियों के बीच कुछ दिनों से डर का माहौल था। उन्हें डर था कि इन बैंकों के विलय से उनकी नौकरिया खतरें में पड़ सकती हैं।

तीनों बैंक के कर्मचारियों पर असर नहीं पड़ेगा

पीएनबी के प्रबंध निदेशक और सीईओ मल्लिकार्जुन राव ने भरोसा दिलाया है कि विलय के कारण तीनों में किसी बैंक के कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। बता दें पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी हो चुका है।

विलय के बाद पीएनबी बना देश दूसरा सबसे बड़ा बैंक

मल्लिकार्जुन राव ने कहा कि तीनों बैंकों के विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। अब पीएनबी का कारोबार और बैंक शाखाओं की संख्‍या भी एसबीआई के बाद देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है।

मोराटोरियम को अब नहीं बढ़ाया जाना चाहिए

एसएस मल्लिकार्जुन राव ने सोमवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को 31 अगस्त से पहले लोन चुकाने की मोहलत को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। क्योंकि आर्थिक सुधार की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कारोबार अपने रिकवरी की ओर है। राव ने कहा कि मोराटोरियम को नहीं बढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि यह तभी दिया जाता है जब स्थिति अनिश्चित हो और कोई प्रभाव का पता न लगा सके।

पूंजी के लिए सरकार से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं

पीएनबी बैंक ने कहा कि उसे पूंजी के लिए सरकार से संपर्क करने की जरूरत नहीं है। बल्कि मार्केट से पूंजी जुटाई जा सकती है। राव ने एक काॅन्फ्रेंस में कहा कि बैंक ने 14,000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली है, जिसमें अकेले इक्विटी से 7,000 करोड़ रुपए शामिल हैं।
बैंक अब अपने नए स्‍वरूप में पीएनबी 2.0 हो गई

विलय के बाद बैंक ने कहा था कि पीएनबी पहले से ज्‍यादा प्रतिस्‍पर्धी और नेक्‍स्‍ट जनरेशन बैंक में तब्‍दील हो गया है। बैंक अब अपने नए स्‍वरूप में पीएनबी 2.0 हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 30 अगस्त को 10 सरकारी बैंकों का विलय कर चार बड़े सरकारी बैंक बनाने की घोषणा की थी।

तीनों बैंकों का औसत शुद्ध एनपीए अभी 6.67 फीसदी है

यूबीआई के एमडी और सीईओ अशोक कुमार प्रधान ने कहा कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक के पास पर्याप्त पूंजी रहेगी और यह बैंक अगले तीन साल तक के लिए बैसल मानकों पर खरा उतरेगा। सरकार ने पीएनबी में 16,000 करोड़ रुपए और यूबीआई में 1,600 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश की घोषणा की है। पीएनबी के जीएम चंदर खुराना एक सवाल के जवाब में खुराना ने कहा था कि तीनों बैंकों का औसत शुद्ध एनपीए अभी 6.67 फीसदी है। विलय के बाद इसके घटकर छह फीसदी पर आ जाने की उम्मीद है।

बैसल मानक का पालन करेगा नया बैंक

यूबीआई के एमडी और सीईओ अशोक कुमार प्रधान ने कहा कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक के पास पर्याप्त पूंजी रहेगी और यह बैंक अगले तीन साल तक के लिए बैसल मानकों पर खरा उतरेगा। सरकार ने पीएनबी में 16,000 करोड़ रुपए और यूबीआई में 1,600 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश की घोषणा की है। पीएनबी के जीएम चंदर खुराना एक सवाल के जवाब में खुराना ने कहा था कि तीनों बैंकों का औसत शुद्ध एनपीए अभी 6.67 फीसदी है। विलय के बाद इसके घटकर छह फीसदी पर आ जाने की उम्मीद है।

मर्जर के बाद PNB का पहला रिजल्ट

पीएनबी को चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 308 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,018.63 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।

पीएनबी ने कहा कि फाइनेंशियल रिजल्ट की तुलना पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के आंकड़ों से नहीं की जा सकती, क्योंकि एक अप्रैल, 2020 से ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पीएनबी में विलय प्रभावी हुआ है। तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 24,292.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 15,161.74 करोड़ रुपए थी।



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