नई दिल्ली। कोरोनावायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। उन्होंने कहा कि मीडिया इस संकट में लोगों में जागरूकता लाने और सरकार को फीडबैक उपलब्ध कराने में कड़ी की तरह काम करे। इससे पहले भी संकट के हर वक्त में देश को जागरूक करने और चेतना जगाने में अखबारों की अहम भूमिका रही है। अखबारों के पास जबरदस्त विश्वसनीयता की लंबी परंपरा है, सामान्य नागरिकों के दिलों में उसकी साख आज भी कायम है। आपकी प्रतिबद्धता व संकल्पशक्ति सराहनीय है, हम सब मिलकर कदम उठाएंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे। समाज की शक्ति ही महामारी से लड़ाई में विजय की जड़ी-बूटी है।
11 भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि शामिल रहे
प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बातचीत में दैनिक भास्कर समेत प्रिंट मीडिया के 20 से अधिक प्रतिनिधि शामिल थे। इनमें 11 भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रिंट मीडिया के प्रमुख शामिल रहे। इस मौके पर केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे। इससे एक दिन पहले सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत की थी।
बातचीत के दौरान मोदी ने कहा कि अखबारों ने देश के सुदूरवर्ती इलाकों तक सूचना के प्रसार में जो भूमिका निभाई वह काबिल-ए-तारीफ है। इसका दायरा शहरों से गांव तक है। यह विस्तार ही मीडिया को इस चुनौती से लड़ने और सूक्ष्म स्तर पर संक्रमण के बारे में सही जानकारी पहुंचाने के लिए अधिक महत्वपूर्ण बनाता है। इसलिए यह जरूरी है कि कोरोनोवायरस के बारे में अखबारों के जरिए जागरूकता फैलाई जाए। कोरोनोवायरस के टेस्ट सेंटर के बारे में लोगों को सूचित किया जाए। साथ ही किसका परीक्षण किया जाना चाहिए, किससे संपर्क करना चाहिए और घर पर कैसे आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए, ये जानकारी समाचार पत्रों और वेब पोर्टलों में लगातार साझा की जानी चाहिए। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के स्थान और उपलब्धता की जानकारी भी क्षेत्रीय अखबारों में साझा की जानी चाहिए।
निराशावाद, नकारात्मकता और अफवाह फैलाने वालों से निपटना भी जरूरी
मोदी ने कहा कि इस घातक बीमारी के खिलाफ लोगों की लड़ाई की भावना को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि निराशावाद, नकारात्मकता और अफवाह फैलाने वालों से निपटा जाए। इस बारे में आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि सरकार कोविड-19 के प्रभाव से मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है।