भोपाल के दो जांबाज सिपाहियों ने नाले की बाढ़ में डूब रहे युवक को बचाया

Posted By: Himmat Jaithwar
8/24/2020

भोपाल। बाढ़ में फंसे नागरिकों को बचाना पुलिस की विभागीय जिम्मेदारी नहीं है, और अपनी रिस्क पर जान का जोखिम लेकर किसी की जान बचाना निश्चित रूप से बहादुरी का काम है। यह काम भोपाल पुलिस के दो जांबाज सिपाही बापूलाल वर्मा और मुकेश विश्वकर्मा ने कर दिखाया है। दोनों ने गंदे नाले की बाढ़ में डूब रहे एक युवक को व्यक्तिगत रूप से जोखिम लेकर बचाया।

रात 8:00 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली

भोपाल पुलिस की ओर से प्रेस को जारी सूचना के अनुसार थाना प्रभारी, अयोध्यानगर निरीक्षक रेणु मुराब को सिटी कंट्रोल रूम भोपाल से दिनांक 22.08.2020 के रात 8:05 बजे आरक्षक अमित द्वारा सूचना दी गई कि कोच फेक्ट्री वाले नाले पर एक व्यक्ति टवेरा गाड़ी में बहते हुये डूब रहा है। सूचना मिलते ही हमराह स्टाफ प्र.आर.2594 बापूलाल वर्मा, आर.3019 मनीष, आर.684 राघवेन्द्र, आर.2958 प्रदीप को थाना मोबाईल वाहन को लेकर घटना स्थल लैण्डमार्क कालोनी के पीछे, गंदा नाला पर रवाना हुये। 

नाले की वार्ड में डूबती टवेरा, मोबाइल टॉर्च जलाकर मदद मांग रहा था

घटना स्थल पर थाना छोलामंदिर की FRV 144 मय प्र.आर.2718 अयुब खान, आर.1387 मुकेश विश्वकर्मा भी पहुंच गये थे। घटना स्थल पर देखा कि एक सफेद रंग की टवेरा नाले में डूब रही हैं जिसके उपर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जो वाहन सहित डूब रहा था तथा अपने मोबाईल की टार्च जलाकर कर बचाने का इशारा कर रहा था। 

अत्यधिक अंधेरा और तेज बहाव के कारण सिचुएशन बिगड़ गई थी

नाला अत्यधिक तेज बहाव में बह रहा था ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यदि तत्काल ही धीरे धीरे डूबती गाड़ी से उस व्यक्ति को नही निकाला गया तो उस व्यक्ति की मौत भी हो सकती थी। अत्यधिक अंधेरा होने के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था केवल नाले में फंसे हुये व्यक्ति द्वारा अपनी मोबाईल टार्च से इराशा करते हुये बचाने की गुहार लगाई जा रही थी। 

बापूलाल वर्मा और मुकेश विश्वकर्मा ने जान की बाजी लगाने कदम बढ़ाया

ऐसी स्थिति में उक्त उपलब्ध बल से डूबते व्यक्ति को बचाने के लिये आपस में चर्चा की गई जिसपर पुलिस स्टाफ के प्र.आर.2594 बापूलाल, थाना अयोध्यानगर व आर. 1387 मुकेश विश्वकर्मा, थाना छोलामंदिर द्वारा स्वेच्छा से कहा गया कि वे दोनों तैरना जानते हैं उक्त डूबते व्यक्ति को बचाने का प्रयास कर सकते हैं। 

कार के साथ डूब रहे युवक को पीठ पर बिठाकर बाहर लाए

पानी में फंसे हुये व्यक्ति की जान को खतरा देखते हुये दोनों कर्मचारियों थाना मोबाईल में रखी रस्सी के सहारे सुरक्षा के साथ नाले में उतारने का निर्णय लिया। दोनो पुलिस कर्मचारियों द्वारा अपने अपने कपड़े उतारकर कमर में रस्सी बांधकर सुरक्षा के साथ नाले में उतरे, अन्य उपस्थित स्टाफ द्वारा टार्च की रोशनी दिखाकर रस्सी का दूसरा हिस्सा पकड़कर रखा गया। दोनो पुलिस कर्मचारियों द्वारा अपनी जान की परवाह किये बिना साहस का परिचय देते हुये डूबती हुई गाड़ी के पास पहुंचकर पानी में फंसे व्यक्ति को अपनी पीठ पर बैठाकर तैरते हुये नाले से सुरक्षित बाहर लाया गया। 

सिर्फ 5 मिनट की देरी हो जाती तो बचाना मुश्किल था

जैसे ही उस व्यक्ति को बाहर लाया गया उसके तुरंत बाद की पानी के तेज बहाव से गाड़ी पानी में और नीचे धंस गई, यदि पुलिस द्वारा उसे जान की परवाह किये बगैर बाहर नहीं निकाला गया होता तो वह व्यक्ति निश्चित ही डूब जाता। 

मिनाल रेजीडेंसी से वापस घर जा रहा था टवेरा ड्राइवर

पानी से बाहर निकाले गये व्यक्ति से उसका नाम पता पूछने पर उसके द्वारा अपना नाम दीपक प्रजापति पिता श्री सियाराम प्रजापति उम्र 27 साल निवासी गली नं. 7, द्वारका नगर, रोजमेरी स्कूल के पास, स्टेशन बजरिया भोपाल होना बताया गया एवं बताया कि मैं गोगा जी ट्रैवल्स, बेस्ट प्राईज के पास में, करोंद, भोपाल की गाड़ी चलाता हूँ तथा ट्रैवल्स मालिक के निर्देशानुसार सवारी को मीनाल रेसिडेंसी छोड़कर आयोध्या बायपास रोड के पास सागर लैण्डमार्क कालोनी के पीछे से कच्चे रास्ते से अपने घर द्वारका नगर जा रहा था तभी रास्ते में गंदे नाले पर बने ब्रिज से गाड़ी निकाल रहा था तभी अत्यधिक बारीश के कारण नाले का पानी नाले पर बने ब्रिज के उपर से बहने के कारण मेरी चार पहिया वाहन टबेरा नाले में बह गई और पानी में डूबने लगी। 

डूबते ड्राइवर ने खुद मोबाइल करके मदद मांगी

जब पानी गाड़ी के अंदर तेजी से भरने लगा तो मैं गाड़ी की छत पर चढ़ गया और अपने मालिक को फोन किया एवं मदद के लिये अपने मोबाईल की टार्च से इशारा करके बचाने की गुहार की गई। 

भोपाल पुलिस के दोनों जांबाज सिपाहियों को 10-10 हजार का इनाम

उक्त घटना की जानकारी मिलते ही श्रीमान कलेक्टर महोदय एवं श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक, शहर रेंज भोपाल घटना स्थल पर पहुँच गये और उक्त साहसिक कार्य के लिये दोनों पुलिस कर्मचारियों को 10,000-10,000 रू.नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई। प्र.आर.2594 बापूलाल, थाना आयोध्यानगर व आर. 1387 मुकेश विश्वकर्मा, थाना छोलामंदिर को उक्त पुरस्कार के अतिरिक्त जीवन रक्षा पदक के लिये भी प्रस्ताव प्रेषित किया जावेगा।



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