इंदौर में 50 से ज्यादा कॉलोनियों में 5 फीट तक पानी, सीहोर में बाढ़ जैसे हालात, शाजापुर में रेल और सड़क मार्ग बाधित; बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला

Posted By: Himmat Jaithwar
8/23/2020

शुक्रवार शाम से लेकर शनिवार दोपहर तक जबरदस्त बारिश ने प्रदेश के ज्यादातर शहरों को अस्त-व्यस्त कर दिया। लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। इसके चलते जयपुर-जबलपुर, इंदौर-बैतूल हाईवे सहित अनेक प्रमुख मार्ग बंद हो गए। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर पानी में घिरे सैकड़ों लोगों को बचाया गया।
सीहोर में 50 साल में पहली बार 24 घंटे में 12.6 इंच बारिश से सीहोर जिले के नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। शुक्रवार रात सड़कें नहरों की तरह दिखने लगीं और अधिकांश काॅलोनियों में घरों में पानी भर गया। आधी रात से सुबह तक लोग खुद को व सामान को बचाने की मशक्कत करते रहे। बहाव के कारण फंसे 14 लोगों को प्रशासन की टीमों ने सुरक्षित निकाल लिया। करीब 120 गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। 150 से अधिक गांवों में फसलों को नुकसान होने का अंदेशा है।
उधर, रायसेन जिले में बारना डैम के चार गेट खोल दिए गए है। दो दिन से जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे बंद है। शाजापुर जिले में 5.6 इंच बारिश दर्ज की गई। सारंगपुर-पड़ाना के बीच धनोरा गांव के समीप नाला उफान पर आने से विजयपुर-मक्सी ट्रैक पर रेल यातायात रोकना पड़ा। तेज बारिश से गुना में रोकी गई साबरमती एक्सप्रेस को शाजापुर के बजाए सीधे बीना वाया निशातपुरा होते हुए मक्सी रवाना किया गया। कालीसिंध, पार्वती, नेवज, लखुंदर आदि सभी नदियां उफान पर आने से 15 से ज्यादा रास्ते बंद रहे।

इंदौर : पानी में फंसे 58 लोगों को 4 घंटे में नाव से निकाला

इंदौर में किला मैदान के पास सिकंदराबाद, गरीब नवाज और भिस्ती मोहल्ले में जल जमाव के कारण नाव चलाना पड़ी। 4 घंटे में 58 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
सीहोर : सड़कों पर बहा पानी, पूरी रात जागकर गुजारी

सीहोर के देवनगर और ब्रह्मपुरी कॉलोनी में इस तरह पानी भरने से पूरा सामान घरों का खराब हो गया।

राजगढ़ : थाना प्रभारी ने बचाया

तलेन की उगल नदी में फंसे बुजुर्ग पीरूलाल प्रजापति और उनके दो पोतों को थाना प्रभारी वीबी टांडिया और टीम ने नदी में कूदकर बचा लिया।

बड़नगर में 13 बसें डूबीं

बड़नगर में 12 घंटे में ही 9 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। इस दौरान किले क्षेत्र में पानी भराने से एक कंपनी की करीब 13 बसेें डूब गईं।

बड़वानी-नर्मदा खतरे के निशान पर
राजघाट पर शनिवार को नर्मदा खतरे के निशान 123.280 मीटर पर पहुंच गई। वहीं बुरहानपुर में ताप्ती खतरे के निशान 220.800 मीटर से उपर बह रही है। ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोल दिए।
हाेशंगाबाद- तवा के 5 गेट खुले
तवा बांध का जलस्तर 1160.30 फीट पहुंचने पर शनिवार सुबह 8 बजे 5 गेट खाेल दिए गए। सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर 959 फीट पर पहुंचा गया, जो खतरे के निशान से 8 फीट कम है।
देवास - 8 नदियां उफान पर
कालीसिंध, गांगी, लोहाड़, जामनेर, पुरनी, गुनेरा-गुनेरी सहित 8 से ज्यादा नदियां उफान पर। नेमावर में नर्मदा खतरे के निशान से ढाई फीट ऊपर। इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे बंद हैं।
विदिशा - कॉलोनियों में पानी भरा
पॉश कालोनियों सहित कई क्षेत्रों में 3 से 4 फीट पानी भर गया। राजगढ़ में 32 घंटे में 11 और धार में 24 घंटे में 11 इंच बारिश दर्ज की गई।



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