राजधानी में गुरुवार से शुरू हुई बारिश शनिवार सुबह तक जारी है। यहां बीते 12 घंटों में 7 इंच बरसात हुई है। इससे पहले गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक 24 घंटे में 4.75 इंच पानी बरस चुका था। वहीं प्रदेश के अन्य शहरों में भी झमाझम बारिश हुई। जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुलने के कारण सीहोर में नर्मदा का जलस्तर बढ़कर 956.62 फीट हो गया है। हालांकि, अभी यह खतरे के निशान से 8 फीट नीचे है। प्रशासन ने तटीय 14 गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया है। पिछले 24 घंटे में रेहटी में 110 और सीहोर में 75 सेमी बारिश हुई है।
लगातार बारिश से भोपाल के कई इलाकों में पानी भर गया।
भोपाल में 2 दिन ऑरेंज अलर्ट जारी
भोपाल में 2 दिन ऑरेंज अलर्ट है। मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि शनिवार काे भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर संभागों में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि यह सिस्टम एक-दाे दिन में भोपाल के ऊपर से गुजर जा सकता है। ऐसा हुआ तो भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है।
इतनी तेज बारिश की वजह
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना लाे प्रेशर एरिया स्ट्राॅन्ग हाेकर वेल मार्क लाे में बदल गया था। शुक्रवार काे यह सागर-दमाेह के पास ही था। यह सिस्टम जहां रहता है, उसके दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में ज्यादा बारिश होती है। इस सिस्टम के शनिवार को पश्चिम में आगे बढ़ने के आसार हैं।
इंदौर: 4 घंटे में 3 इंच बारिश
इंदौर में शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक 4 घंटे में 3 बारिश हुई। यह इस सीजन में अब तक की सबसे तेज बरसात है। अब तक कुल 21.4 इंच बारिश हुई है। शहर का औसत 34 इंच है। यानी यहां सीजन में होने वाली कुल बारिश का करीब 63% कोटा पूरा हो गया है। जोरदार बारिश से शहर के नंदानगर, चिमनबाग, मूसाखेड़ी, रणजीत हनुमान मंदिर समेत करीब 15 जगहों पर जलभराव हो गया और करीब 10 स्थानों पर पेड़ गिर गए।
रायसेन: नदी में वाहन और उसका ड्राइवर बहा
रायसेन में बारना पुल पर पानी आने से जयपुर- जबलपुर हाईवे और कहूला पुल डूबने से भोपाल-सागर मार्ग बंद हो गया। तेंदोनी नदी में उफान से सिलवानी-उदयपुरा मार्ग बंद है। परासिया नदी में एक मैजिक वाहन और उसका ड्राइवर बह गया। ड्राइवर की तलाश की जा रही है।
हाेशंगाबाद: नर्मदा का जलस्तर 8 फीट बढ़ा
हाेशंगाबाद में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई। 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर सेठानीघाट पर 8 फीट बढ़कर 955 फीट पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 967 फीट से 12 फीट नीचे है। तवा बांध का जलस्तर 1158 फीट हो गया। 1160 फीट पर जलस्तर आने पर बांध के गेट खोले जा सकते हैं। तवा नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।