फेथ ग्रुप के चेयरमैन राघवेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ इनकम टैक्स की कार्रवाई गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी जारी है। करीब 20 से अधिक ठिकानों पर चल रही इस कार्रवाई में अब भोपाल की एनआईआर कॉलोनी में रहने वाले पीयूष गुप्ता पर भी शिकंजा कस गया है। चूड़ी के कारोबार शुरू करने वाले बिल्डर बने गुप्ता के नौकर तक टीम पहुंच गई है। उसके नाम की तीन से अधिक प्रॉपर्टी के कागजात मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद टीम अब उनके ड्राइवर से लेकर रिश्तेदारों तक की जानकारी जुटा रही है।
गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी फेथ ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है।
महज 15 हजार की तनख्वाह पाने वाले नौकर विपिन को इसके बारे में जानकारी तक नहीं थी। आयकर की टीम जब विपिन के घर पहुंची, तब उसे इस बात का अंदाजा हुआ। इधर, अब तक राघवेंद्र सिंह की 100 से अधिक संपत्ति यों का पता चल चुका है। जबकि एक करोड़ रुपए नगद भी जब्त किए जा चुके हैं। विभाग अब ऑफिस और घर से मिली संपत्तियों की कीमत का आकलन कर रही है। अब तक आयकर विभाग ने कार्रवाई को लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं दी है।
चूड़ी से कई कंपनियां हों गईं
बताया जा रहा है कि पीयूष गुप्ता गोल्डन कंपनी का मालिक हैं। उनके भी कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। प्रॉपर्टी में करोड़ों का इन्वेस्टमेंट करना बताया जाता है। छोटे से चुड़ी व्यापारी से पीयूष गुप्ता की कई कंपनियां बन गईं। इसके बाद उनकी संपत्तियों बढ़ती गई। उनके राघवेंद्र के संबंध होने के कारण अब आयकर विभाग की टीम चौक बाजार और एनआईआर स्थित उनके और नौकर के मकान-ऑफिस समेत अन्य जगहों पर कार्रवाई कर रही है।
क्रिकेट टूर्नामेंट के कारण राघवेंद्र सिंह तोमर चर्चा में आ गए थे।
अब तक यह संपत्तियों का पता चला
भोपाल में 357 एकड़ जमीन में से रातीबढ़ में बना 200 एकड़ का क्रिकेट स्टेडियम भी है। 22 रेसीडेंशियल प्लाट, 7 फ्लेट, 6 मकान, 4 डुप्लेक्स, 2 होटल/रिसोर्ट एवं 8 रेसीडेंशियल प्रोजेक्ट, 2 शापिंग मॉल, 4 दुकानें, 2 होटल्स आदि में निवेश किया है। आयकर विभाग ने अभी इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।
क्रिकेट स्टेडियम के बाद आए नजर में
बताया जाता है कि राघवेंद्र ने अपने बेटे के लिए रातीबढ़ में एक क्रिकेट स्टेडियम बनाया है। 200 एकड़ में बना यह स्टेडियम न्यूजीलैंड के क्रिकेट मैदान की तरह बनाया गया है। इस पर इस साल आईपीएल की तर्ज पर 50 लाख रुपए कीमत का 20-20 क्रिकेट टूर्नामेंट कराया था। इसमें सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी एक मैच खेला था। इसी के बाद से आयकर विभाग की नजर पड़ गई थी।