कुंभराज के पास गुलबाड़ा गांव में 15 अगस्त को झंडा फहराने की तैयारी के दौरान करंट लगने से हुई एक छात्र की मौत के मामले में पुलिस ने गांव के सरपंच, स्कूल प्राचार्य, अतिथि शिक्षक सहित 4 लोगों पर गैर इरादतन हत्या की धारा में प्रकरण दर्ज किया है। वहीं इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घटना के बाद जिम्मेदार खुद के बचाव में आ गए थे लेकिन पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद यह कार्रवाई की।
कुंभराज थाना प्रभारी दिनेश शर्मा ने बताया कि गांव के सरपंच नारायण सिंह सेहरिया, प्राचार्य रामहेत मीना, अतिथि शिक्षक रूप सिंह धाकड़ और मिथुन पर मामला दर्ज किया गया है। इस घटना के दौरान छात्र अभिषेक पुत्र सुरेश धाकड़ की मौत हो गई थी। इसके बाद स्कूल प्रबंधक पर ही सवाल खड़े हो गए थे। जब कोविड की वजह सामूहिक आयोजन नहीं होना था, लेकिन बड़ी संख्या में छात्रों को एकत्रित कर लिया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए देने की घोषणा भी की है।
यह आरोप था परिजनों का
मृतक के परिजनों का इस मामले में आरोप था कि 50 से ज्यादा लोगों को स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर स्कूल में जमा किया था। स्कूल के ऊपर से ही 11 केवी की लाइन गुजर रही थी। इसी दौरान स्कूल प्रबंधक ने झंडा खड़ा किया। इस दौरान झंडा तार से टकरा गया और इसमें करंट फैला। वहां मौजूद छात्र अभिषेक चपेट में आ गया, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस पूरे मामले में सवाल खड़े हो गए थे कि कोविड के चलते जब अपने स्तर पर ही स्कूल को आयोजन करना था तो भीड़ क्यों जमा की गई। छात्र स्कूल में क्यों आया? अगर वह आया तो उसे वापस क्यों नहीं भेजा गया। इन तमाम सवालों के बीच आखिर पुलिस ने स्कूल प्रबंधक को लापरवाह मानते हुए मामला दर्ज कर लिया।