सैनिटाइजर की टैक्स चोरी के मामले में गिरफ्तार सोम डिस्टलरी के डायरेक्टर जगदीश अरोरा और उनके भाई अजय अरोरा समेत दो अन्य आरोपियों को मंगलवार को हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दी है। कोरोनाकाल में बंद पड़ी सोम डिस्टलरीज में शराब की जगह सैनिटाइजर का उत्पादन किया गया। यहां से 33 करोड़ रुपए का सैनिटाइजर बाजार में बेचा गया था।
उस पर लगने वाला 18 प्रतिशत जीएसटी जमा न होने पर डीजीजीआई ने सर्च की कार्रवाई की थी। इस दौरान कंपनी के संचालक जगदीश अरोरा, उनके भाई अजय अरोरा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था। जमानत का लाभ पाने जगदीश अरोरा की ओर से यह अर्जी दायर की गई, वहीं कार्रवाई को चुनौती देकर एक रिट याचिका कंपनी की ओर से दायर की गई थी।
एक महीने पहले हुई थी अरोरा बंधुओं की गिरफ्तारी
33 करोड़ के सैनिटाइजर को बिना टैक्स बेचने के मामले में पुलिस ने एक महीने पहले जगदीश अरोरा, उनके भाई अजय अरोरा को गिरफ्तार किया था। उसके पहले पुलिस ने अरोरा बंधुओं से 28 घंटे लंबी पूछताछ की थी। उस वक्त जिला अदालत में अरोरा बंधुओं के वकील अजय गुप्ता ने बताया था कि उनकी ओर से कोविड-19 शुरू होने के बाद से ही सैनिटाइजर बनाया जा रहा था। सोम ग्रुप अब तक 8 करोड़ जीएसटी जमा कर चुका है।