रिटायर्ड इंजीनियर अजय शाह की हत्या के आरोपियों को आखिरकार क्राइम ब्रांच ने रविवार को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नीमच, मंदसौर, दिल्ली सहित कई जगह फरारी काटते हुए यहां पहुंचे थे। पुलिस गिरफ्त में आए हत्या के मास्टरमाइंड का कहना है कि उसे शाह की हर छोटी-बड़ी प्रॉपर्टी की जानकारी थी। 15 साल से उन्हें जानता है। उनके मरने के बाद वैसे भी प्रॉपर्टी लावारिस हो जाती या ट्रस्ट वाले ले जाते। कई बार कोशिश करने के बाद भी वे नहीं माने तो उनका कत्ल कर दिया। सोमवार को पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका खुलासा करेंगे। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के अनुसार रिटायर्ड इंजीनियर शाह की हत्या के मुख्य आरोपी विवेक उर्फ भय्यू और उसके साथी निलेश व आशीष को को पकड़ लिया है। बदमाशों ने महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली व राजस्थान में फरारी काटते हुए भाग रहे थे। उनके पीछे क्राइम ब्रांच की 6 टीम लगी थी। प्रारंभिक पूछताछ में हत्या की वजह सिर्फ मृतक की प्रॉपर्टी ही बताई है। आरोपी भय्यू ने पूछताछ में कहा कि वह अंकल (मृतक) को 15 साल से जानता था। उनकी हर प्रॉपर्टी की जानकारी है। उनके घर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ है। उसे पता था कि अंकल का वारिस नहीं होने से प्रॉपर्टी ट्रस्ट में चली जाएगी। या फिर उन रिश्तेदारों को मिलेगी, जो कभी उनकी सुध ही नहीं लेते। मैंने कई बार कोशिश की, लेकिन वे मुझे देने को राजी ही नहीं थे। उनसे प्रॉपर्टी के लिए हर तरह का सौदा किया, लेकिन वे नहीं माने, इसलिए उनकी हत्या का विचार आ गया था। हालांकि यह अभी प्रारंभिक पूछताछ में सामने आई जानकारी है। कुछ और खुलासा भी हो सकता है।
पत्नी अंजली और केयर टेकर युवती के फिर लिए बयान
कानूनी उलझन से बचते हुए पुलिस उनकी गिरफ्तारी इंदौर या भोपाल रोड पर बता सकती है। उधर, रविवार को पलासिया टीआई विनोद दीक्षित मृतक की पत्नी अंजली शाह और केयर टेकर शीतल के विस्तृत बयान लेने उनके घर गए थे। घटना के वक्त वे बदहवास थी इसलिए रविवार को उनसे फिर से क्रमबद्ध तरीके से घटनाक्रम पूछकर बयान लिए। पुलिस को शंका है इस घटनाक्रम में और भी किसी की भूमिका हो सकती है। इसके लिए एक बार भी सुबह विस्तृत पूछताछ की जाएगी।